Posted on 01 Nov, 2016 7:41 pm

भोपाल : मंगलवार, नवम्बर 1, 2016, 18:18 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के 61वें स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि अब मध्यप्रदेश की पहचान सबसे तेजी से बढ़ते प्रदेश के रूप में बन गई है।

श्री चौहान ने कहा कि देश का दिल होने के नाते मध्यप्रदेश भविष्य में भारत के विकास तथा अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को तैयार है। उन्होंने नागरिकों को आत्म-विश्वास के साथ आगे बढ़ने और प्रदेश का गौरव बढ़ाने के लिये बधाई देते हुए कहा कि अगला दशक मध्यप्रदेश का है।

श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने अपने गौरव, अपनी विरासत और अपने इतिहास को संजोये हुए विकास के कई आयाम स्थापित किये हैं। साथ ही अपनी सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक विरासत में देश की विविधता और बहुलता को आत्मसात किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का उत्साह नागरिकों के सहयोग से दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी के बिना सरकारों की सार्थकता नहीं है। हर नागरिक को सरकार की निर्णय प्रक्रिया से जोड़ने का प्रयास किया गया है। अंत्योदय के साथ समग्र विकास और विकास यात्रा में हर नागरिक की भागीदारी की रणनीति से लोगों में स्वयं आगे बढ़ने की तीव्र ललक जगी है। उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति तभी सार्थक है जब हर नागरिक में आगे बढ़ने का आत्म-विश्वास हो।

मुख्यमंत्री ने  प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद किसानों द्वारा कृषि उत्पादन में साल दर साल बढ़ोत्तरी करने की सराहना करते हुए कहा कि किसानों ने प्रदेश को कृषि उत्पादन में देश में लगातार अग्रणी बनाये रखा। किसानों के श्रम एवं सकारात्मक सोच का ही परिणाम है कि जहाँ एक ओर मालवा, छिंदवाडा और बैतूल क्षेत्र संतरा उत्पादन के हब के रूप में उभर रहा है, वहीं दूसरी ओर मंडला और डिंडोरी जिले जैविक कृषि के क्षेत्र में देश में अग्रणी बने हैं।

औद्योगिक विकास को गति

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि उत्पादों का स्थानीय रूप से मूल्य संवर्धन करते हुए खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों के लिए 6 फूड पार्क की स्थापना की गई है। इंदौर में हाल में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि समिट में 5 लाख 60 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर निर्मित करने में प्रदेश सफल रहा है। बड़े उद्योगों के साथ-साथ छोटे और मध्यम उद्योगों को भी समान रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है। युवाओं को कौशलयुक्त बनाने के लिए राज्य कौशल मिशन लागू किया गया है। भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से 10 हजार की क्षमता का ग्लोबल वोकेशनल ट्रेनिंग इन्स्टीट्यूट स्थापित किया जायेगा।

हर भूमिहीन को जमीन

श्री चौहान ने कहा कि सभी आवासहीन परिवारों को 2022 तक आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। लगभग 13 लाख आवासहीनों के लिए मकान बनाये जा रहे हैं, जिनमें से लगभग 8 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे। हर भूमिहीन को जमीन का एक खण्ड अवश्य आवंटित किया जायेगा। उन्हें मकान बनाकर दिया जायेगा या मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जायेगी।

2000 नवीन उप-स्वास्थ्य केन्द्र  शीघ्र

प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के सुधार पर तेजी से काम चल रहा है। सभी जिला अस्पतालों में डायलेसिस और कीमोथेरेपी की व्यवस्था की गयी है। सभी अस्पतालों में निःशुल्क दवाओं और पैथालॉजी जाँचों की व्यवस्था की गयी है। शीघ्र 2000 नवीन उप-स्वास्थ्य केन्द्र खुलेंगे।

महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि शासकीय सेवाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिये 1 लाख 45 हजार ग्रामीण महिला स्व-सहायता समूहों को आय के स्रोतों से जोड़ा गया है।

शिक्षा में गुणात्मक सुधार

शिक्षा के विस्तार और गुणात्मक सुधारों को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष अनुसूचित जनजाति वर्ग के 21 छात्रों का चयन आईआईटी एवं 51 छात्रों का चयन मेडिकल की पढ़ाई के लिए हुआ। हजारों की संख्या में वंचित गरीब परिवारों के छात्र अब न केवल राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिये चयनित हो रहे हैं बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियों के बड़े पदों पर आसीन होकर प्रदेश का मान बढ़ा रहे हैं। विद्यार्थियों की फीस भी सरकार भर रही है।

स्वच्छता की पाँच वर्षीय कार्ययोजना

मध्यप्रदेश को खुले में शौच की बुराई से मुक्त करवाने के संकल्पित प्रयासों की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में आगामी 5 वर्ष के लिए 5209 करोड़ की स्वच्छता कार्य-योजना में व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे कार्य करवाये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी वर्गों के गरीबों का कल्याण और युवाओं के लिए रोजगार सृजन सरकार का महत्वपूर्ण सरोकार रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा और खाद्यान्न सुरक्षा की दिशा में अच्छा काम हुआ है। यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी।

सुशासन की व्यापक सराहना

सुशासन के क्षेत्र में उपलब्धियों के संबंध में श्री चौहान ने कहा कि इन्हें व्यापक सराहना मिली है। सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है। अभी तक 23 विभाग की 164 सेवाओं को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के दायरे में लाया गया है। सी.एम. हेल्पलाइन से भी आम लोगों की समस्याओं के समाधान में काफी गति आयी है।

शहीदों को नमन

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों को नमन करने और उनके शौर्य की गाथा को जीवंत बनाये रखने के लिए भोपाल में शौर्य स्मारक का निर्माण किया गया है। यह स्मारक देशभक्ति का तीर्थ है। उन्होंने स्थापना दिवस पर शहीदों का पुण्य-स्मरण किया। पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा और कार्यकुशलता के कारण प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है।

 मुख्यमंत्री ने ईमानदारी, समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ मध्यप्रदेश की विकास यात्रा में भागीदारी का संकल्प दोहराते हुए नागरिकों से अपने कर्त्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करने का आव्हान किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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