Posted on 17 May, 2017 7:05 pm

भोपाल : बुधवार, मई 17, 2017, 18:18 IST
 

राज्य शासन ने परम्परागत एवं वंशानुगत मछुओं के कल्याण और विकास पर विचार करने, पुराने कार्यक्रम में परिवर्तन करने और प्रासंगिक सुझाव देने के लिये मछुआ कल्याण बोर्ड का गठन किया है। गठन 28 फरवरी से प्रभावशील माना जायेगा।

डॉ. कैलाश विनय को बोर्ड का अध्यक्ष और श्री सीताराम बाथम और श्री राजू बाथम को उपाध्यक्ष नामांकित किया गया है। इनके अलावा बोर्ड में सदस्य के रूप में 5 अशासकीय व्यक्ति, प्रमुख सचिव वित्त, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन, प्रमुख सचिव मछुआ कल्याण तथा मत्स्य-विकास या इनके प्रतिनिधि होंगे। संचालक मत्स्योद्योग, बोर्ड के सदस्य सचिव होंगे। बोर्ड आवश्यकतानुसार विषय-विशेषज्ञों को आमंत्रित कर सकेगा।

बोर्ड परम्परागत मछुआरों के उत्थान के लिये राज्य शासन को सुझाव देगा। सुझावों में मत्स्य-पालन में प्राथमिकता सुनिश्चित करने, बंद ऋतु तथा मत्स्याखेट प्रतिबंधित क्षेत्र में मछुआरों की भागीदारी सुनिश्चित करने, सिंघाड़ा अनुसंधान उत्पादन तथा विपणन, कमलगट्टा और मखाना का बेहतर विपणन, नदी की रेत में तरबूज, खरबूजा उत्पादन में मछुओं को प्राथमिकता की नीति बनाना, सुखान मछली के आखेट तथा विपणन की नीति, अक्रियाशील मछुआरों का चिन्हांकन, नौका/तैराकी के लिये बच्चों का प्रशिक्षण और नौका संचालन नीति आदि शामिल हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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