Posted on 17 Dec, 2016 8:13 pm

भोपाल : शनिवार, दिसम्बर 17, 2016, 19:37 IST
 

भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, श्यामला हिल्स में बालरंग समारोह 19 दिसम्बर से प्रारंभ हो रहा है। समारोह में 22 राज्य और भोपाल शहर के करीब 10 हजार बच्चों की सहभागिता रहेगी। बालरंग स्कूल के बच्चों में सृजनात्मक प्रतिभा को प्रोत्साहित कर अभिव्यक्ति के विविध अवसर प्रदान करता हैं। विद्यार्थियों को विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति, धरोहर एवं राष्ट्रीय एकता से परिचित करवाना बालरंग का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। बालरंग में राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और विभिन्न प्रांत के बीच जीवंत सम्पर्क बनाने के लिये विभिन्न कार्यक्रम किये जाते हैं। बालरंग में गौरवमयी भारत के अंतर्गत राज्यों की लघु भारत प्रदर्शनी भी बच्चों के माध्यम से लगायी जायेगी। प्रदर्शनी में विभिन्न राज्य की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों का प्रदर्शन किया जायेगा। इसके साथ ही समर्थ भारत प्रदर्शनी में विभिन्न योजनाओं एवं गतिविधियों पर केन्द्रित करते हुए कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन किया जायेगा।

राज्य-स्तरीय कार्यक्रम 19 दिसम्बर को

राज्य-स्तरीय प्रतियोगिता की शुरूआत 19 दिसम्बर को प्रात: 10 बजे से शुरू होगी। इन प्रतियोगिताओं को तीन भाग में बाँटा गया है। साहित्यिक प्रतियोगिताएँ इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय के मुक्ताकाश मंच पर (झील की ओर) होंगी। इनमें पाठ्य-पुस्तक पर आधारित काव्य-पाठ, स्व-रचित काव्य-पाठ, तात्कालिक भाषण, वाद-विवाद, प्रश्न-मंच, सुलेख, केलियोग्राफी, लिपि-लेखन, निबंध प्रतियोगिता शामिल हैं।

मदरसा प्रतियोगिता में कव्वाली, निबंध, स्व-रचित गायन, नज्म, गज़ल और वाद-विवाद (बहस-मुबाहिसा) शामिल हैं। बच्चों की सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय की आवृत्ति गैलरी में होगी। इनमें लोक-गीत एकल और समूह, शास्त्रीय नृत्य, सुगम संगीत, सामूहिक लोक-नृत्य और वाद्य यंत्र प्रतियोगिता शामिल है। स्कूल के बच्चों की नि:शक्तजन प्रतियोगिता मानव संग्रहालय के दशहरा रथ में होंगी। इनमें नृत्य, सुगम संगीत, भाषण और निबंध प्रतियोगिता शामिल हैं।

राष्ट्रीय बालरंग

राष्ट्रीय बालरंग का उदघाटन 20 दिसम्बर को प्रात: 10.30 बजे स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह की उपस्थिति में होगा। बालरंग में 20 और 21 दिसम्बर को प्रात: 10.30 बजे से हिमाचल प्रदेश, गुजरात, चण्डीगढ़, हरियाणा, बिहार, जम्मू कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, असम, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मणिपुर, मध्यप्रदेश, सिक्किम, त्रिपुरा, आंध्रप्रदेश, दादर एवं नगर हवेली, दिल्ली, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और तेलंगाना राज्य के स्कूली बच्चे लोक-नृत्य की प्रस्तुति देंगे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश