भोपाल में 48 घंटे में कहाँ घूमें, क्या देखें
Posted on 08 Jan, 2017 7:02 pm
भोपाल : रविवार, जनवरी 8, 2017, 14:07 IST | |
मध्यप्रदेश की खूबसूरत राजधानी भोपाल में सिर्फ 48 घंटे में भी बहुत सारी जगह घूमकर बहुत कुछ देखा जा सकता है। यहाँ बड़े तालाब एवं वन विहार के साथ ही जनजातीय संग्रहालय, भारत भवन, स्टेट म्यूजियम, मानव संग्रहालय, ताज़ुल मसाजि़द, गोल घर, सैर सपाटा, शौर्य स्मारक और ताजमहल जैसे स्थान घूमने के लिये और भोपाल एक्सप्रेस रेस्टोरेंट, पुराने भोपाल में स्ट्रीट फूड तथा मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा संचालित विंड एंड वेव्स रेस्टोरेंट में सुस्वादु भोजन का ज़ायका लिया जा सकता है। कुछ इसी तरह की जानकारी ‘Bhopal in 48 Hours’ शीर्षक से राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा तैयार किये गए पॉकेट साइज के आकर्षक फोल्डर में संकलित कर प्रकाशित की गई है। राजधानी भोपाल के साथ ही औद्योगिक नगरी इंदौर, संस्कारधानी जबलपुर एवं ऐतिहासिक नगर ग्वालियर पर केन्द्रित इसी प्रकार के पॉकेट फोल्डर आकर्षक रूप से तैयार किये गये हैं। इंदौर के फोल्डर में ऐतिहासिक राजवाड़ा के साथ काँच महल, लालबाग पैलेस, कृष्णपुरा की ऐतिहासिक छतरियाँ आदि को शामिल किया गया है। खान-पान के शौकीन पर्यटकों के लिये ओल्ड पलासिया स्थित इंदौर की प्रसिद्ध 56 दुकान एवं राजवाड़ा से सटे सराफा बाजार में स्ट्रीट फूड के बारे में भी जानकारी शामिल की गई है। सराफा बाजार में जायकेदार कचौरी कॉर्नर, विजय चाट, हीरा लस्सी, चाट गली आदि का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है। फोल्डर में मध्यप्रदेश पर्यटन के चोरल रिसॉर्ट, मेडीटेरा रूफटॉप रेस्टोरेंट आदि की जानकारी भी शामिल की गई है। जबलपुर में धुँआधार भेड़ाघाट, बरगी, प्रसिद्ध मार्बल रॉक्स, रानी दुर्गावती म्यूजियम, तिलवारा घाट, ब्यौहार पैलेस, घुघुआ फॉसिल पार्क आदि की जानकारी शामिल की गई है। खान-पान के लिये जबलपुर में यलो चिली, साहेब फूड जंक्शन, मैकल रेस्टोरेंट आदि को शामिल किया गया है। ऐतिहासिक नगरी ग्वालियर के पॉकेट फोल्डर में ग्वालियर के प्रसिद्ध किले के साथ सरोद घर म्यूजियम, जय-विलास पैलेस और पुराने शहर को शामिल करते हुए ग्वालियर में होने वाले वार्षिक तानसेन समारोह का भी उल्लेख किया गया है। सर्दियों में ग्वालियर की जायकेदार गजक काफी पसंद की जाती है। दूर-दूर तक इसकी ख्याति फैली है। इसी को ध्यान में रखकर दौलतराम गुप्ता गजक, मल्हार रेस्टोरेंट,क्वालिटी रेस्टोरेंट, वोल्गा, देव बाघ, मराठा मील आदि को शामिल किया गया है। |
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश