Posted on 21 Dec, 2016 5:48 pm

भोपाल : बुधवार, दिसम्बर 21, 2016, 17:45 IST
 

अब भोपाल शहर में वायु प्रदूषण सम्बधी शिकायतें भी सी.एम. हैल्प लाइन नंम्बर 181 पर कराई जा सकेंगी। साथ ही भोपाल नगर के प्रमुख स्थानों पर वायु की गुणवत्ता जांचने के उपकरण लगाये जायेंगे तथा परिणामों की जानकारी प्रदूषण नियंत्रण मंडल की वेब साइट पर नियमित रूप से डाली जायेगी। यह निर्देश संभागायुक्त श्री अजात शत्रु श्रीवास्तव ने आज भोपाल नगर में प्रदूषण नियंत्रण के लिये गठित समिति की बैठक में दिये। बैठक में म.प्र. प्रदूषण मंडल, पुलिस,नगर निगम तथा अन्य सम्बन्घित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

संभागायुक्त श्री श्रीवास्तव ने नगर निगम के अधिकारीयों को निर्देश दिये कि निजी कालोनाइजरों द्वारा विकसित की जा रही कालोनियों की बिल्डिंग निर्माण की अनुमति देते समय यह सुनिश्चित किया जाय कि निर्माण स्थल पर वायु प्रदूषण रोकने के पुख्ता इंतजाम बिल्डर द्वारा किये हैं या नहीं । साथ ही निर्माण के पश्चात् प्रदूषण नियंत्रण की व्यवस्था भी उन कालोनियों में हो । श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सडकों के किनारे ऐसी प्रजातियों के पेड़ लगाये जांच जो घने और छायादार हों तथा यातायात में बाधक न हों।

बैठक में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि भोपाल नगर को साफ सुथरा बनाये रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाये जाने पर जोर देते हुए कहा कि लोगों में प्रदूषण रोकने के लिये विशेष प्रयास किये जांय। वाहनों से होने वाले प्रदूषण की नियमित जांच हो। बैठक में बताया गया कि भानपुर खंती बंद करने की कार्यवाई नगर निगम द्वारा की जा रही है। संभागायुक्त ने कहा कि नगर निगम द्वारा मोबाइल कोर्ट के माध्यम से गैर पार्किंग क्षेत्र में खडे वाहनों की जांच हो तथा उनके चालान बनाये जाय। ऐसे दुकानदारों के विरूद्व भी कार्रवाई हो जो अपनी दुकानों के आगे वाहनों को खडा होने की अनुमति देते हैं। उन्होने खुले में कचरा जलाने वालों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिये।

स्मरण रहे कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मध्यप्रदेश के पांच शहरों भोपाल,इंदौर, सागर, उज्जैन और देवास शहरों की वर्ष 2011-15 के बीच वायु की गुणवत्ता मापन में प्रदूषण की मात्रा निर्धारित मानकों में हों इसके लिये म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड-द्वारा इन शहरों में उत्सर्जन मानक सीमा के अन्तर्गत लाने के लिये सम्बन्धित संभागों के आयुक्तो की अध्यक्षता में समिति का गठन कर वायु प्रदूषण कम करने के लिये आवश्यक कदम उठाये जा रहे है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश