Posted on 02 Dec, 2016 8:53 pm

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 2, 2016, 20:29 IST
 

भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने बताया है कि गैस पीड़ितों को बेहतर इलाज सुविधाजनक तरीके से मिल सके इसके लिये नये सिरे से बार कोडेड स्मार्ट कार्ड बनाये जा रहे हैं। अभी तक 30 हजार गैस पीड़ित और उनके बच्चों के स्मार्ट कार्ड बनाये गये हैं। चिकित्सकों और अस्पताल के स्टॉफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिये सभी गैस राहत अस्पतालों में बॉयोमेट्रिक मशीन से अटेन्डेन्स की व्यवस्था शुरू की गई है। गैस त्रासदी की 3 दिसम्बर को 32वीं बरसी की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में श्री सारंग ने कहा कि आने वाले दिनों में चिकित्सा, राहत और पुनर्वास की नई नीति के तहत गैस प्रभावितों को लाभांवित किया जायेगा।

राज्य मंत्री श्री सारंग ने कहा कि गैस पीड़ितों को भोपाल मेमोरियल हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर और गैस राहत विभाग के अस्पतालों में सुविधाजनक तरीके से इलाज मिले और पूर्व में हुए इलाज की हिस्ट्री भी उसमें हो, इसके लिये सभी गैस पीड़ितों के नये स्मार्ट कार्ड बनाये जा रहे हैं। इससे दोनों अस्पतालों के बीच समन्वय भी हो सकेगा। श्री सांरग ने बताया कि गैस राहत के सभी 6 अस्पतालों को 'ई-हास्पिटल' परियोजना में कम्प्यूटरीकृत किया जा रहा है। इस पर 11 करोड़ 43 लाख खर्च किये जा रहे हैं। अगले चरण में 9 डे-केयर सेन्टर को भी कम्प्यूटर से जोड़ा जायेगा।

राज्य मंत्री ने बताया कि किडनी रोगियों के उपचार के लिये 10 नई डायलेसिस मशीन खरीदी गई हैं। केंसर प्रभावित 4,315 गैस पीड़ितों के इलाज पर 39 करोड़ 28 लाख रूपये खर्च किये गये हैं। चिकित्सा की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये एमआरआईसीटी स्केन की व्यवस्था आउटसोर्स से की जा रही है।

राज्य मंत्री श्री सारंग ने बताया कि गैस पीड़ितों के राहत, पुनर्वास और स्वास्थ्य के संबंध में एक उच्च-स्तरीय अध्ययन करवाया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर गैस प्रभावितों के लिये एक समग्र कार्ययोजना तैयार की जायेगी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश