Posted on 29 Sep, 2018 7:05 pm

 

प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में बेघर, अनाथ और पन्नी बीनने जैसा काम करने वाले बच्चों के लिये 100 सीटर 66 आवासीय छात्रावास स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्वीकृत किये गये हैं।

विभाग द्वारा प्रदेश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग की छोटी-छोटी बसाहटों की बालिकाओं को सेकण्डरी स्तर की शिक्षा को पूर्ण कराने के लिये 201 बालिका छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। इनमें करीब 20 हजार बालिकाएँ अध्ययनरत हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बालिकाओं को माध्यमिक स्तर की शिक्षा को पूर्ण कराने के लिये 207 कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय और 324 बालिका छात्रावास विभाग द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। इन छात्रावास और विद्यालयों में करीब 52 हजार बालिकाएँ अध्ययनरत हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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