Posted on 06 Dec, 2016 6:31 pm

भोपाल : मंगलवार, दिसम्बर 6, 2016, 17:54 IST
 

ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने विभागीय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में बताया कि उपभोक्ताओं को दिये जाने वाले बिजली के बिल को हिन्दी भाषा में देने के प्रयास किये जा रहे हैं। कोशिश है

बैठक में समिति के सदस्य विधायक सर्वश्री सूबेदार सिंह रजौधा, हर्ष यादव, बलवीर सिंह दण्डोतिया, माधो सिंह डावर और सुश्री ऊषा ठाकुर तथा अपर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।

श्री पारस जैन ने जन-प्रतिनिधयों से कहा कि वे बिजली चोरी करने वालों की जानकारी भी प्रशासन को दें। बिलिंग के मामले में कोई न कोई निर्णय अवश्य लिया जायेगा। सदस्यों के सुझाव पर श्री जैन ने दोहरे बिजली बिल जारी होने पर संबधित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि डिवीजनल इंजीनियर को अपने-अपने क्षेत्रों के दूरस्थ अंचल का दौरा कर स्थिति का जायजा लेना चाहिए। श्री जैन ने बताया कि प्रदेश में बिजली उत्पादन क्षमता वर्तमान में 17 हजार 500 मेगावॉट से अधिक है। रबी मौसम में 10 हजार 800 मेगावॉट की माँग की पूर्ति की गई है। गैर कृषि उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को 10 घंटे सतत विद्युत आपूर्ति की जा रही है।

श्री पारस जैन ने बताया कि दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना में सभी 51 जिलों के लिये भारत सरकार से 2800 करोड़ की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इस राशि से ग्रामीण क्षेत्र में विद्युतीकरण, मीटरीकरण और प्रणाली सुदृढ़ीकरण होगा। कृषक अनुदान योजना में 22 लाख पम्प को स्थाई कनेक्शन दिये गये हैं। खराब एवं जले ट्रांसफार्मर बदलने के लिये बकाया राशि का 40 प्रतिशत अथवा 75 उपभोक्ता द्वारा भुगतान किये जाने पर ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सबसे पहले बिजली के बड़े बकायादारों से राशि की वसूली की कार्रवाई होनी चाहिए। ऊर्जा मंत्री ने सदस्यों से वसूली अभियान में सहयोग की अपील करते हुए बताया कि घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिये समाधान योजना को 31 जनवरी 2017 तक बढ़ाया गया है। श्री जैन ने सदस्यों को जिला स्तर पर गठित विद्युत सलाहकार समिति की जानकारी भी दी।

श्री इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि बिजली की बिलिंग विभाग के लिये बड़ी चुनौती है। कुछ क्षेत्र में स्पॉट बिलिंग के प्रयास किये जा रहे हैं। प्रमाणित कम्पनी के बिजली के मीटर ही लगाये जा रहे हैं। बैठक में सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिये। इस अवसर पर पॉवर मैनेजमेंट कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री संजय शुक्ल, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री विवेक पोरवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश