Posted on 07 Nov, 2016 6:38 pm

भोपाल : सोमवार, नवम्बर 7, 2016, 18:17 IST
 

वन विभाग ने बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गत 4 नवम्बर को मृत पाये गये 5 वर्षीय बाघ के शिकारियों को मय सबूत के ढूँढ निकाला है। टीम ने तेजवान, खेलन, जनपद गौड़ और धनुरधारी को करोंदिया गाँव से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इनका मुखिया शौखीलाल जैसवाल फरार है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) श्री जितेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि शिकारियों ने पूछताछ में 27 अक्टूबर को भी एक जंगली सुअर के शिकार की बात कबूली है।

शिकारियों ने बताया कि दीपावली के दूसरे दिन उन्होंने जंगली सुअर का पुन: शिकार करने के इरादे से तकरीबन दो किलोमीटर तक बिजली के तार बिछाये थे। इन तारों में से बाघ निकल गया, परंतु जाते-जाते उसकी पूँछ छू गयी, जिससे वह मर गया। शिकारियों ने कहा कि हमारा बाघ मारने का कतई इरादा नहीं था। बाघ मरने पर हमने घबराकर उसके शव को तुरंत मौके से दूर ले जाकर फेंक दिया।

बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक श्री बी.बी. बांगड़ ने बताया कि बाघ के प्रत्येक अंग सुरक्षित होने के कारण प्रथम दृष्ट्या हमें यह प्राकृतिक मृत्यु का मामला लगा था, परंतु पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में ह्रदय में क्लाटिंग मिलने से बिजली से मृत्यु का संदेह हुआ। खोजबीन के दौरान एक खेत में तार के छोटे टुकड़े और आगे बढ़ने पर खूंटी के निशान मिले, जिनके आधार पर अपराधियों तक पहुँचना संभव हुआ। रिजर्व के पनपथा वृत्त के करोंदिया बीट में इस टाइगर का शव 4 नवम्बर को मिला था।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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