Posted on 24 Jul, 2018 12:34 pm

 

प्रभु बैगा उमरिया जिले के पाली जनपद के गांव बैली में वर्षो से झोपड़ी में रहकर जंगल से वनोपज, लकड़ी इकट्ठा कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। गांव में बिजली आने पर 18 साल पहले विद्युत कनेक्शन लिया था। बिल बढ़ते हुए 57 हजार रूपये आया, तो प्रभु चकरा गया क्योंकि उसने इतने रूपये कभी एक साथ देखे भी नहीं थे। बकाया बिजली की राशि देखकर उसे ऐसा लगा कि सब कुछ खत्म हो गया।

प्रभु को एक दिन लाइन मैन ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उसका बकाया बिल माफ कर दिया है। बकाया बिजली बिल माफी का प्रमाण-पत्र भी प्रभु बैगा को मिला। प्रभु अब यह प्रमाण-पत्र लेकर सबको बताता है और कहता है कि उस पर अब कोई कर्जा नहीं है।

भिण्ड निवासी मुरारी लाल का बकाया बिजली बिल 66 हजार रूपये का आया। बिल देखते ही मुरारी लाल के घर-परिवार के उज्जवल भविष्य के सपने हवा हो गये थे। मुख्यमंत्री बिजली बिल माफी योजना में माफी का प्रमाण-पत्र मिलते ही मुरारी के सपनों को पंख लग गये हैं।

अशोकनगर की मुन्नीबाई को जब यह पता लगा कि उनका बकाया बिजली बिल 21 हजार रूपये से अधिक की राशि का है, तो उसकी आँखों के सामने अंधेरा छा गया। राज्य सरकार ने जैसे ही यह बिल माफ किया, मुन्नी बाई ने परिवार में बच्चों का मुँह मीठा कराया और मुख्यमंत्री को दिल से आशीर्वाद दिया।

झाबुआ का बाबूलाल गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करता है। बिजली का बकाया बिल 12 हजार 906 रूपये देख कर वह सहम गया। मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी योजना में बिल की पूरी राशि माफ होते ही उसके परिवार में खुशियां लौट आयी हैं। बाबूलाल को मालूम है कि अब उसे सरल बिजली बिल योजना में 200 रूपये तक का ही बिजली बिल जमा कराना है।


सक्सेस स्टोरी (उमरिया,भ्रिण्ड,अशोकनगर,झाबुआ)

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश