Posted on 04 Sep, 2018 6:01 pm

 

प्रधानमंत्री आवास योजना से प्रदेश में गरीबों की अपने पक्के घर की अभिलाषा मूर्तरूप ले रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2022 तक प्रदेश में हर गरीब परिवार के पास अपना पक्का घर होगा।

जबलपुर जिले में शहपुरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बिलखरवा के कोदूलाल भूमिया का छोटा-सा खपरैल वाला घर था, जिसमें बरसात में जगह-जगह से पानी टपकता था। ठंड में भी दिक्कत होती थी। अब वो सब बीते दिनों की बात हो गई है। अब पूरा परिवार पक्के घर में खुशी से रहता है। कोदूलाल की पत्नी दस्साबाई प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में नि:शुल्क गैस सिलेण्डर और गैस चूल्हा पाकर प्रसन्न है।

देवास जिले के ग्राम बेड़गांव के प्रताप मड़िया को अब कच्चे मिट्टी के मकान में नहीं रहना पड़ेगा। इन्हें पक्के मकान के साथ-साथ घर में ही शौचालय की सुविधा भी मिल गई है। ये सब इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना और स्वच्छ भारत मिशन से मिला है।

डिण्डोरी जिले में ग्राम पंचायत देवरी रैयत निवासी समशेर खान मेहनत मजदूरी से जीवनयापन कर अपने परिवार सहित खपरैल के कच्चे मकान में रहता था। शासन द्वारा उसे प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का मकान बनाने के लिए एक लाख 50 हजार रूपये की राशि मिली। उसने पक्के मकान में शौचालय भी बना लिया है। समशेर खान ने बताया कि वह चाह कर भी पूरी उम्र पक्का घर नहीं बना सकता था। प्रधानमंत्री आवास योजना ने उसके पक्के घर में रहने के सपनों को साकार कर दिया है।

नरसिंहपुर जिलेके ग्राम देवरीकलां के सुखराम हल्के का सपना था कि खुद का पक्का मकान हो, मकान की पक्की छत हो, जिससे बरसात का पानी घर में न टपके।  प्रधानमंत्री आवास योजना सुखराम के लिए वरदान बनकर सामने आई। योजना से उसका पक्का मकान बनकर तैयार हो गया है। पक्का मकान बनाने में एक लाख 35 हजार रूपये की लागत आई है, जो सरकार ने दी है।

होशंगाबाद जिले के ग्राम शिवपुर के 70 वर्षीय नारायण और उनकी पत्नी अनीता बाई प्रधानमंत्री आवास पाकर बहुश खुश हैं। नारायण का कहना था कि उन्होंने जीवन के 70 वर्ष कच्चे कवेलू वाले मकान में बिताए हैं। उस कच्चे घर में उसने सर्दी, गर्मी और बरसाता का सामना किया है। कच्चे घर में हमेशा डर बना रहता था कि कहीं यह आंधी-तूफान में गिर ना जाए। जब उसे प्रधानमंत्री आवास मिला, तब उसने चैन की सांस ली।

खण्डवा जिले के ग्राम नांदिया रैयत के राधेश्याम पिछली बरसात तक कच्चे घर की टपकती छत के कारण रात में चैन से सो भी नहीं पाता था। इसी तरह गर्मी में लू के थपेड़े और ठण्ड में शीत लहर के कारण कच्चे घर में रहना मुश्किल हो गया था। जब से प्रधानमंत्री आवास योजना में मिली 1.38 लाख रूपये की मदद से राधेश्याम ने अपना पक्का मकान बनाया है, तब से उसे अब न बरसात की चिंता है न गर्मी की और न सर्दी की। अपने मकान को बेहतर बनाया है। राधेश्याम ने मकान के फर्श पर टाइल्स भी लगवाई है, जिस कारण घर में साफ-सफाई अलग ही दिखती है।

जबलपुर जिले में ग्राम पंचायत बिल्हा के रामलाल यादव और उनकी पत्नी सरस्वती यादव प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्का घर और उज्जवला योजना से निःशुल्क गैस कनेक्शन और गैस चूल्हा पाकर फूले नहीं समा रहे हैं। खुशी इस बात की है कि अब उन्हें और उनकी आने वाली पीढ़ी को झोपड़ी से मुक्ति मिल गई है। घर में पक्का शौचालय भी बना है।

 

 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent