Posted on 15 Oct, 2016 3:26 pm

भोपाल : शनिवार, अक्टूबर 15, 2016, 15:09 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पर्यटन के क्षेत्र में प्रशिक्षण और कौशल विकास के लिये प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर के संस्थान की स्थापना की जायेगी। प्रदेश में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ एम.पी.ट्रेवल मार्ट के तृतीय सोपान के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में 22 श्रेणियों में 39 विजेताओं को प्रथम एम.पी.टूरिज्‍म अवार्डस वितरित किये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं। देश में मध्‍यप्रदेश पहला राज्‍य है जहाँ पर्यटन केबिनेट का गठन किया गया है और निवेशकों के अनुकूल पर्यटन नीति बनायी गयी है। पर्यटन के क्षेत्र में निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में कहीं भी पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने पर 15 से 40 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा जिसकी अधिकतम सीमा 10 करोड़ रूपये होगी। शासकीय भूमि पर स्थापित होने वाली पर्यटक परियोजना को मुद्रांक एवं पंजीयन शुल्क से मुक्त रखा गया है। प्रदेश में जल-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये हनुवंतिया में प्रथम जल-महोत्सव किया गया था। आगामी जल-महोत्सव 15 दिसंबर 2016 से 15 जनवरी 2017 तक आयोजित किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर पिछले आठ वर्ष से लगातार 10 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश की कृषि विकास दर लगातार चार वर्ष से 20 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश में सड़क,बिजली और पानी के क्षेत्र में बेहतर अधोसंरचना उपलब्ध है। पर्यटन लोगों को सुख और सुकून देने का सशक्त जरिया है। मध्यप्रदेश पर्यटन का श्रेष्ठ डेस्टिनेशन है। प्रदेश में धार्मिक, आध्यात्मिक, वन्य-प्राणी, हेरिटेज और साहसिक पर्यटन की विविधताएँ उपलब्ध हैं। प्रदेश की पर्यटन विविधताओं को अंतराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग करने के लिये अभियान चलाया जायेगा। प्रदेश को ईको और एडवेंचर टूरिज्म का केंद्र बनाया जायेगा। उन्होंने आह्वान किया कि निवेशक प्रदेश की पर्यटन नीति का लाभ उठायें। श्री चौहान ने प्रथम एम.पी.टूरिज्‍म अवार्ड का जिक्र करते हुए कहा कि मध्‍यप्रदेश पर्यटन ने पिछले वर्षों में अनेक राष्‍ट्रीय अवार्ड हासिल किये हैं। अब हम स्‍वयं अपनी ओर से भी पर्यटन के क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता के लिये अवार्ड प्रदान कर रहे हैं। यह अवार्ड हर साल दिये जायेंगे।

पर्यटन एवं संस्‍कृति राज्य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री सुरेंद्र पटवा ने कहा कि प्रदेश में बीते दस साल में प्रदेश के पर्यटन विभाग का बजट दस गुना बढ़ गया है। प्रदेश में अगले तीन वर्ष में 300 मार्ग सुविधा केंद्र शुरू किये जायेंगे। केंद्र सरकार से पर्यटन विकास के लिये 275 करोड़ रूपये मिले हैं। प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की बेहतर संभावनाएँ हैं।

राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने स्‍वागत भाषण में कहा कि मध्यप्रदेश को लगातार पाँच वर्ष से सर्वश्रेष्ठ पर्यटन राज्य का पुरस्कार मिला है। प्रदेश के पर्यटन स्थलों को विश्व स्तर पर प्रचारित किया जायेगा। राज्य पर्यटन पुरस्कारों के माध्यम से पहली बार पर्यटन क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री हरिरंजन राव ने प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं और अवसरों पर केन्द्रित प्रेजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा बाइसन रिसॉर्ट मड़ई और सागौन रिसॉर्ट देलावाड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में आई.ए.टी.ओ. के अध्यक्ष श्री प्रणव सरकार, ए.डी.टी.ओ.आई. के अध्यक्ष श्री पी.पी.खन्ना, आई.टी.टी.ए.के. अध्यक्ष श्री कृष्णदत्त यादव और ए.टी.ओ.ए.आई के अध्यक्ष श्री अक्षय कुमार उपस्थित थे।

शुरूआत में अतिथियों का स्‍वागत अध्‍यक्ष श्री तपन भौमिक, प्रबंध संचालक श्री हरि रंजन राव एवं अपर प्रबंध संचालक सुश्री तन्‍वी सुन्द्रियाल ने किया। सुश्री तन्‍वी सुन्द्रियाल ने आभार भी व्‍यक्‍त किया। ट्रेवल मार्ट में बड़ी संख्‍या में देश विदेश के ट्रेवल-टूर, पर्यटन, हॉस्पिटेलिटी, होटल आदि से जुड़े प्रतिनिधि हिस्‍सा ले रहे हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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