Posted on 15 Jan, 2017 7:40 pm

 

पाँच हार्स पॉवर मोटर पम्प पर 26 हजार रूपये की सब्सिडी 
18 जनवरी से चलेगा "चलें स्कूल अपने लिये" अभियान 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया खरगोन जिले के बिस्टान में उदवहन सिंचाई योजना का भूमि-पूजन 

 

भोपाल : रविवार, जनवरी 15, 2017, 19:04 IST

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को 5 हार्सपॉवर मोटर पंप पर 26 हजार रूपये की सब्सिडी दी जा रही है। प्रदेश के 13 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी। श्री चौहान आज खरगोन जिले के ग्राम बिस्टान में 350 करोड़ रूपये लागत की उदवहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 11 सालों में नर्मदा नदी के जरिये 5 लाख 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई गई। साथ ही 2400 मेगावाट की बिजली का उत्पादन हुआ है। प्रदेश के 16 जिलों में पेयजल और उद्योग के लिये पानी नर्मदा नदी से दिया जा रहा है। खरगोन जिले के हर हिस्से में सिंचाई के लिये पानी सरकार उपलब्ध करवायेगी। हमारा लक्ष्य है कि खेती लाभ का व्यवसाय बने। किसानों की आय दोगुनी हो, इसके लिये सिंचाई सुविधाएँ मिले। श्री चौहान ने राज्य सरकार की जनहित की योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक हर गरीब व्यक्ति के पास उसकी अपनी भूमि-अपना मकान होगा। कक्षा 12वीं में 85 प्रतिशत अंक लाने वाले को उच्च शिक्षा के लिये प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ने के लिये सरकार मदद करेगी।

श्री चौहान ने कहा कि 18 जनवरी से प्रदेश में 'चलें स्कूल अपने लिये' अभियान चलेगा। इसमें शिक्षकों के अलावा अधिकारी, विधायक, सांसद और गाँव का कोई भी नागरिक स्कूल जाकर पढ़ायेगा। इससे हमें शिक्षा का स्तर पता चलेगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से हर घर में शौचालय बनाने, बेटी का मान-सम्मान करने, बेटा-बेटी दोनों को पढ़ाने, गाँव को नशामुक्त बनाने का आव्हान किया। उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी के तट के गाँव में शराब बंद की जायेगी। उन्होंने लोगों से पेड़ लगाने का भी आव्हान किया।

बिस्टान परियोजना से इंदिरा सागर सिंचाई परियोजना की नहरों से खण्डवा, खरगोन और बड़वानी जिले के एक लाख 23 हजार हेक्टेयर कमाण्ड क्षेत्र को सिंचाई सुविधा होगी। इससे ऊँचाई वाले क्षेत्र जहाँ नहर से सिंचाई संभव नहीं है, उन्हें सुविधा प्राप्त होगी। योजना से 22 हजार हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा। इस प्रणाली की विशेषता यह है कि प्रत्येक ढाई हेक्टेयर तक के चक पर एक आउटलेट दिया जायेगा, जिससे कम से कम 20 मीटर ऊँचाई का प्रेशर मिलेगा, जिससे किसान स्प्रिंकलर अथवा ड्रिप पद्धति से सिंचाई कर सकेंगे। परियोजना 30 माह की अवधि में पूरी की जायेगी। 92 गाँव की 60 हजार से अधिक ग्रामीण आबादी को इसका लाभ मिलेगा।

इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह, नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लाल सिंह आर्य, सांसद एवं भाजपा अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र आर्य, विधायक श्री बालकृष्ण पाटीदार, श्री राजकुमार मेव एवं श्री हितेन्द्र सिंह सोलंकी उपस्थित थे।vvvv

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश