Posted on 09 Jul, 2018 3:00 pm

प्रदेश में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जायेगा। इसी दिन से नागरिकों को सीमित परिवार के फायदे समझाने और परिवार नियोजन की सेवाएँ उपलब्ध करवाने के लिये प्रदेश में 24 जुलाई तक जागरूकता पखवाड़ा मनाया जायेगा। पखवाड़े के दौरान विभिन्न स्तरों पर परिवार नियोजन संबंधी सेवाएँ सुलभ करवाई जायेंगी।

परिवार नियोजन के अस्थायी साधन

परियोजना नियोजन के अस्थायी साधनों में अंतरा प्रोग्राम के तहत इंजेक्टेबल कांट्रासेप्टिव नया तरीका है, जिसे 3 माह में एक बार लगाया जाता है। छाया गोलियाँ प्रथम तीन माह में सप्ताह में दो बार एवं उसके बाद सप्ताह में एक बार खाना पड़ती है। आईयूसीडी 5 वर्ष और 10 वर्ष के लिये उपलब्ध है। इसी तरह ओरल पिल्स और निरोध का उपयोग भी किया जा सकता है।

सभी साधन स्वास्थ्य केन्द्रों में नि:शुल्क उपलब्ध हैं। परिवार नियोजन के स्थायी साधनों में महिला और पुरुष नसबंदी दोनों साधन उपलब्ध है। महिला नसबंदी की तुलना में पुरुष नसबंदी ज्यादा आसान होती है।

गर्भपात के बाद पोस्ट एबॉर्शन आईयूसीडी इनसर्शन एवं महिला नसबंदी की सेवाएँ भी उपलब्ध हैं। प्रसव के बाद छाया गोलियाँ शुरू की जा सकती हैं। छह सप्ताह बाद इंजेक्शन दिये जा सकते हैं। पीपीआईयूसीडी इनसर्शन किया जा सकता है।

मिशन परिवार विकास कार्यक्रम

भारत सरकार ने कुल प्रजनन दर 3 या 3 से अधिक वाले प्रदेश के 25 जिलों में मिशन परिवार विकास कार्यक्रम शुरू किया है। कार्यक्रम में गर्भ निरोधक साधनों की सेवाएँ अधिक से अधिक जनता तक पहुँचायी जा रही हैं। दम्पत्तियों को नयी पहल किट वितरित की जा रही है। सास-बहू सम्मेलन भी आयोजित करवाये जा रहे हैं। सभी स्वास्थ्य संस्थाओं पर कंडोम बॉक्स लगाये गये हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश