Posted on 08 Jun, 2019 12:30 pm

प्रदेश में 10 जून से 20 जुलाई तक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और महिला-बाल विकास विभाग द्वारा दस्तक अभियान संचालित किया जायेगा। दस्तक अभियान में आँगनवाड़ी, एएनएम और आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान कर उनका त्वरित प्रबंधन करेंगे, जिससे बाल-मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाई जा सकेगी।

आयुक्त स्वास्थ्य श्री नीतेश व्यास के अनुसार अभियान में मुख्य तौर पर समुदाय में बीमार बच्चों और नवजातों की पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की पहचान, प्रबंधन, कुपोषित बच्चों को पहचानना तथा उपचार के लिये एनआरसी भेजना, बाल्यकालीन दस्त रोग नियंत्रण के लिये ओआरएस एवं जिंक के उपयोग के संबंध में जागरूकता, विटामिन-ए का अनुपूरण, 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियाँ, शिशु एवं बालआहार पूर्ति संबंधी समझाइश देने आदि की गतिविधियाँ दस्तक दल गाँव-गाँव में घर-घर जाकर करेगा।

इस बार दस्तक अभियान में पुरूषों की सक्रिय भागीदारी के लिये ग्राम स्तर पर स्वस्थ ग्राम सभा का आयोजन किया जायेगा। सभा में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, के अमले द्वारा किशोरी बालिकाओं में संतुलित आहार, माहवारी स्वच्छता, प्रसव पहल एवं प्रसव के बाद जाँच, जन्म के बाद शिशु द्वारा एक घंटे के भीतर स्तनपान तथा 06 माह तक केवल स्तनपान, 06 माह बाद अनुपूरक आहार एवं स्वच्छता संबंधी आदतों के बारे में विस्तार से समझाया जायेगा। इसके साथ संचारी तथा असंचारी रोगों पर भी चर्चा की जायेगी। अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिले, ग्राम पंचायत तथा विकासखंड को पुरस्कृत किया जायेगा।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent