Posted on 26 May, 2018 3:45 pm

 

रतलाम के जिला चिकित्सालय में स्थापित पोषण पुनर्वास केन्द्र की मदद से ढाई साल का बालक जिगर अब स्वस्थ हो रहा है। जिगर को मजदूरी करने वाली उसकी माँ अनीता अत्यंत कुपोषित अवस्था में लेकर महिला-बाल विकास विभाग के स्नेह शिविर में पहुँची थी। जिगर की गंभीर अवस्था को देखते हुए परियोजना अधिकारी ने बच्चे को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करवाने की सलाह दी। पहले तो माता-पिता ने इन्‍कार कर दिया, पर लगातार समझाइश का असर हुआ और उन्होंने जिगर को केन्द्र में भर्ती करवा दिया।

लगातार 14 दिन तक पोषण पुनर्वास केन्द्र में नियमित उपचार और पोषण आहार से मासूम जिगर की सेहत में बहुत अंतर आ गया है। अब उसे पोषण पुनर्वास केन्द्र से डिस्चार्ज कर दिया गया। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता बरखा नियमित रूप से जिगर के वजन, खान-पान, पालन-पोषण आदि का फॉलोअप कर रही हैं। लगभग 10 माह के नियमित फॉलोअप के बाद बच्चा अति गंभीर कुपोषित अवस्था से बाहर आ गया है। धीरे-धीरे सामान्य स्वास्थ्य की ओर बढ़ रहा है।

सक्सेस स्टोरी (रतलाम)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश