Posted on 19 Dec, 2018 5:09 pm

मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा है कि पुलिस बल में साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था की जाये। किसी भी प्रकार की आपराधिक और गैर कानूनी गतिविधियों के प्रति जीरो टालरेंस रखें। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये समग्र दृष्टिकोण के साथ रणनीति बनायी जाये। महिलाओं के विरुद्ध अपराध के नियंत्रण के लिये संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ कार्य किया जाये। श्री नाथ ने पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि गुड-गवर्नेंस का प्रमुख आधार पुलिस बल है। राज्य की छवि पुलिस व्यवस्था पर निर्भर है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव गृह श्री मलय श्रीवास्तव, पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री नाथ ने पुलिस बल के लिये साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था में तकनीकी संसाधनों को आधुनिक किया जाये। पुलिस बल के लिये आपात परिस्थितियों में अवकाश उपयोग नहीं करने पर क्षतिपूर्ति की व्यवस्था हो। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके लिये सड़क नियोजन और प्रतिरक्षात्मक उपायों परसमेकित रूपसे कार्य किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा किराज्य की छवि का पैरामीटर पुलिस होती है। यह आवश्यक है कि बल के सदस्यों का मनोबल ऊँचा हो।नजरिया देश-प्रदेश की विविधतापूर्ण संस्कृति और स्वरूप के संरक्षण का हो। उन्होंने कहा कि पुलिस समाज की रक्षक है।पुलिस को भविष्य की तकनीकों और सामाजिक चुनौतियों के अनुसार तैयारियाँ करने पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने युवा पीढ़ी में नशे की लत के प्रसार को जड़ मूल से समाप्त करने की जरूरत बतायी।

पुलिस महानिदेशक श्री शुक्ला ने प्रदेश की शांति एवं कानून-व्यवस्था का ब्यौरा दिया। साथ ही आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों और नियंत्रण के प्रयासों की जानकारी दी। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​