Posted on 06 Sep, 2017 3:54 pm

 

प्रमुख सचिव एवं एप्को के कार्यपालन संचालक श्री अनुपम राजन ने कहा कि आज से शुरु हो रहे पितृपक्ष पखवाड़े में पूर्वजों की स्मृति में छायादार या फलदार वृक्षों का पौध-रोपण करें। इससे उनकी स्मृति चिर-स्थायी होगी, हरियाली बढ़ने से पर्यावरण संतुलन समृद्ध होगा और आने वाली पीढ़ी को जीवनदायी सौगात मिलेगी। श्री राजन ने यह बात आज एप्को परिसर में शासकीय विद्यालयों के विज्ञान शिक्षकों के लिए जलवायु परिवर्तन विषय पर दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही। कार्यक्रम में प्रत्येक जिले से 20- 20 विज्ञान शिक्षक भाग ले रहे हैं।

श्री राजन ने कहा जलवायु परिर्वतन के दुष्परिणाम बड़ी तेजी से सामने आ रहे हैं। पर्यावरण संतुलन देश-प्रदेश नहीं, पूरे विश्व की ज्वलंत समस्या बन रहा है। एप्को ने पर्यावरण के प्रति घर-घर और जन-जन को जागरुक करने का निश्चय किया है। इसके लिए शिक्षकों की मदद ली जा रही है। सभी 51 जिलों के लगभग एक हजार शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उनके माध्यम से एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को जलवायु परिवर्तन और उससे होने वाली हानि और बचाव के उपायों के प्रति संवेदनशील बनाया जायेगा। ये विद्यार्थी अपने परिवारों को भी जागरुक करेंगे। बच्चों में यह संस्कार विकसित होने पर भविष्य में जलवायु परिवर्तन की भयावहता को नियंत्रित करने में काफी मदद मिलेगी।

दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत भोपाल संभाग के जिला भोपाल, सीहोर और रायसेन जिले के शिक्षकों के साथ हुई। विषय-विशेषज्ञों के साथ हुए तकनीकी सत्र और प्रस्तुतिकरण के दौरान शिक्षकों ने स्थानीय समस्यायें और सुझाव भी रखे। प्रतिभागियों को प्रायोगिक गतिविधियों के माध्यम से भी प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें जलवायु परिवर्तन जनित खतरों और आपदाओं से निपटने की जानकारी दी गई। कार्यक्रम को स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक श्री देवेन्द्र चतुर्वेदी और एप्को के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी श्री लोकेन्द्र ठक्कर ने भी सम्बोधित किया ।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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