Posted on 17 Oct, 2016 7:13 pm

भोपाल : सोमवार, अक्टूबर 17, 2016, 18:28 IST
 

पशुपालन एवं मत्स्योद्योग मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने आज भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन सहकारी दुग्ध संघ की गतिविधियों की समीक्षा की। श्री आर्य ने कहा कि दुग्ध संघ हर हाल में पशुपालकों और दुग्ध समितियों को उनसे ‍िलये गये दूध का भुगतान सुनिश्चित करें। ऐसा न होने पर संघ के संबंधित अधिकारी को भी वेतन निश्चित समय पर न मिलकर देर से मिलेगा। प्रमुख सचिव पशुपालन श्री अश्विनी रॉय और प्रबंध संचालक को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन डॉ. अरुणा गुप्ता भी मौजूद थीं।

श्री आर्य ने प्रदेश के उन इलाकों में नये मिल्क रूट बनाने के निर्देश दिये, जहाँ समितियाँ और दूध करोबारी अभी पशुपालकों से दूध नहीं खरीद रहे हैं। श्री आर्य ने कहा कि इससे पशुपालकों की घर बैठे आमदनी और प्रदेश में दूध की उपलब्धता बढ़ेगी। श्री आर्य ने दूध सहित साँची के अन्‍य उत्पादों की स्थिति की भी समीक्षा की।

साँची उत्पादों की शुद्धता उच्च प्राथमिकता

श्री आर्य ने दुग्ध संघ के सभी उत्पादों की शुद्धता और गुणवत्ता को हमेशा ही सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिये। श्री आर्य ने कहा कि साँची के नकली उत्पादों के विरुद्ध हमेशा सतर्क रहें। अभी बार कोड तो है, यूनिक कोड भी लागू करें, ताकि फर्जी उत्पाद आसानी से पकड़े जा सके। बताया गया कि फर्जी उत्पादों को पकड़ने के लिये थर्ड पार्टी सेम्पलिंग का भी निर्णय लिया गया है।

उज्जैन दुग्ध संघ की विकास दर बरकरार

उज्जैन दुग्ध संघ ने सिंहस्थ की अपार सफलता के बाद भी अपनी विकास दर बरकरार रखी है। उज्जैन संघ की औसत विकास दर 11 प्रतिशत है, जबकि अक्टूबर माह की दर 18 प्रतिशत है। श्री आर्य ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर के कामकाज पर भी संतोष प्रकट करते हुए जबलपुर दुग्ध संघ को सुधार करने को कहा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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