Posted on 21 Mar, 2017 4:46 pm

 

कृषि मंत्री श्री बिसेन ने सूरजकुंड में एग्रीकल्चर लीडरशिप समिट में बताये मंत्र  

 

भोपाल : मंगलवार, मार्च 21, 2017, 16:05 IST

 

 किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा है कि मध्यप्रदेश की सतत कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक होने का राज है मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कृषि उन्मुखी नीतियाँ। श्री बिसेन ने कहा कि सिंचाई बिजली और अन्य कृषि संसाधन किसान को आसानी से उपलब्ध हुए इस से प्रदेश के कृषि उत्पादन में बम्पर वृद्धि हुई। श्री बिसेन हरियाणा के फरीदाबाद में  सूरजकुंड में एग्रीकल्चर लीडरशिप समिट के समापन समारोह में प्रदेश में कृषि विकास दर सर्वाधिक होने के मूल मंत्र के बारे में बता रहे थे। समिट में श्री बिसेन को इस विषय पर संबोधित करने के लिये आमंत्रित किया गया था।

कृषि मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि प्रदेश में हर किसान को स्वाईल हेल्थ कार्ड बनाकर दिया जा रहा है। सभी विकासखंड में स्थायी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित हो रही हैं जिनमें सूक्ष्म पोषक तत्वों के परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 10 वर्ष में सिंचाई रकबे में 36 लाख हेक्टयर क्षेत्र की वृद्धि हुई है। किसानों को सतत बिजली मिल रही है। कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के साथ ही बीज, उर्वरक तथा अन्य आदान सामग्री किसानों को दी जा रही है। श्री बिसेन ने कहा कि यही कारण है कि प्रदेश की कृषि विकास दर निरंतर 20 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है।

कृषि मंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ सर्वाधिक किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जोड़ा गया है। वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिये सबसे पहले रोडमेप बनाया गया है। आपदा के समय सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है। पिछले 10 वर्ष में 10 हजार करोड़ से अधिक की सहायता किसानों को दी गई है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि खाद्यान्न उत्पादन में क्वांटिटी के साथ क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया जाये।

इस मौक पर कृषि मंत्री श्री बिसेन का सम्मान भी किया गया।    

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश