Posted on 20 Feb, 2018 12:19 pm

मध्यप्रदेश में किसानों को परम्परागत फसल लेने के साथ-साथ उद्यानिकी फसल लेने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। उज्जैन जिले के माकड़ोन टप्पे के ग्राम भगवतपुरा के किसान हुकुम सिंह पटेल ने अपने खेत में उद्यानिकी फसल लगाकर मुनाफा कमाया है।

किसान हुकुम सिंह के पास 200 बीघा जमीन है। वे अपनी कृषि भूमि पर परम्परागत सोयाबीन और गेहूँ, चने की फसल लेते रहे हैं। हुकुम सिंह ने परम्परागत फसल के साथ-साथ पिछली बार ढाई बीघा जमीन में एप्पल बेर की वेरायटी लगाई। थाईलैण्ड की इस वेरायटी के बेर में एप्पल का आकार और स्वाद मिलता है। इस बार बेर की फसल अधिक होने पर उन्होंने अनूठे स्वाद वाले इस बेर की पेकेजिंग करने और ब्रॉण्ड नाम से बेचने का निर्णय लिया। उनके ब्रॉण्ड को इंदौर और भोपाल की मण्डियों में अच्छा रिस्पांस मिला। अच्छे स्वाद के कारण 'पटेल कृषि फार्म'' ब्रॉण्ड की पहचान उज्जैन के आसपास की मण्डियों में भी हो गई है। स्थिति यह बनी कि जैसे ही मण्डियों में बेर की गाड़ी पहुँचती है तो वह हाथों-हाथ बिक जाती है।

किसान हुकुम सिंह बताते हैं कि थाईलैण्ड की इस वेरायटी बेर को बाजार में 35 से 40 रुपये प्रति किलो के भाव पर खरीदा जा रहा है। उन्होंने बेर की फसल में रासायनिक खाद का भी कम प्रयोग किया है। किसान हुकुम सिंह ने अपने खेत में नये प्रयोग जारी रखते हुए 7 बीघा जमीन में कागज़ी नीबू और 5 बीघा जमीन में सीताफल भी लगाये हैं। हुकुम सिंह बताते हैं कि उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने फलों की खेती लेने में तकनीकी सलाह भी दी है, जो उनकी आमदनी बढ़ाने में कारगर साबित हुई है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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