Posted on 04 Oct, 2017 10:51 am

 

वन्य-प्राणी सप्ताह के चौथे दिन आज वन विहार में पक्षी-दर्शन एवं जैव-विविधता अवलोकन शिविर, तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता और शिक्षक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

पक्षी-दर्शन एवं जैव-विविधता अवलोकन शिविर में लगभग 50 छात्र-छात्राओं ने पक्षियों की 40 प्रजातियों का अवलोकन करने के साथ उनके बारे में जानकारी हासिल की। विद्यार्थियों ने प्रमुख रूप से ब्लेक-रेड स्टार्क, एसिप्रीनिया, व्हाइट ब्रस्टेड किंगफिशर, दूधराज, लिटिल कार्मोरेंट, पर्पल सनबर्ड, वूलीनेक स्टार्क, गोल्डन ओरीओल, रेडमुनिया, आईओरा, व्हिसलिंग टील्स, मूरहेन, डोंगो, सिल्वर बिल मुनिया, रॉबिन आदि पक्षी और तितलियों में फॉरगेट मी नाट, कॉमन बुश ब्राउन, क्रिमसन रोज, बेरोनेट आदि देखीं और इनकी प्रकृति एवं व्यवहार का अध्ययन किया। पक्षी विशेषज्ञ डॉ. सुरेन्द्र तिवारी, डॉ. सुदेश वाघमारे, मोहम्मद खलिक और डॉ. संगीता राजगीर ने बच्चों को जानकारी दी।

तीन वर्गों में आयोजित तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में जूनियर ग्रुप में कक्षा-5 से 8, सीनियर ग्रुप में कक्षा-9 से 12 तथा ओपन ग्रुप महाविद्यालय एवं अन्य में 26 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निर्णायक के रूप में सेवानिवृत्त अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीमती गोपा पाण्डे, डॉ. सुदेश वाघमारे और आकाशवाणी के श्री राजेश भट्ट उपस्थित थे।

विश्व प्रकृति निधि भारत के सहयोग से आयोजित शिक्षक वाद-विवाद प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालय-महाविद्यालय के 16 शिक्षकों ने भाग लिया। 'क्या चिड़िया-घर अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर रहे हैं।'' पर प्रतिभागियों ने अत्यंत उत्साह एवं जागरूकतापूर्ण विचार रखे। निर्णायक के रूप में सेवानिवृत्त सहायक संचालक श्री ए.के. खरे, सहायक वन संरक्षक श्री सुदीप सिंह और श्री रजनीश सिंह उपस्थित थे।

5 अक्टूबर 2017 के कार्यक्रम

वन विहार में 5 अक्टूबर को प्रात: 6 से 8.30 बजे तक पक्षी-अवलोकन एवं जैव-विविधता शिविर, प्रात: 10.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक निबंध प्रतियोगिता और दोपहर 12.30 बजे से महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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