नश्वर उत्पादों की भडारण क्षमता में वृद्धि के लिए 5 लाख मीट्रिक टन के शीत गृह बनेगें
Posted on 08 Aug, 2017 7:59 pm
भोपाल : मंगलवार, अगस्त 8, 2017, 18:17 IST | |
राज्य शासन द्वारा कृषि को लाभकारी बनाने के लिए उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग के माध्यम से महत्वपूर्ण योजनाएँ संचालित की जा रही है। इसमें मुख्य रूप से फल-सब्जी, मसाला, पुष्प तथा औषधीय फसलों का क्षेत्रफल उत्पादन एवं उत्पादकता बढाने के लिए अनुदान सहायता एवं तकनीकी मार्गदर्शन विभाग द्वारा सतत प्रदाय किया जा रहा है। प्रदेश में उद्यानिकी का रकबा 17.12 लाख हेक्टेयर हो गया है। उत्पादित उद्यानिकी एवं कृषि फसलों पर आधारित खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों की स्थापना के लिए अनुदान सहायता संबंधी नवीन प्रावधान उद्योग संवर्धन नीति-2014 में जोड़े गये हैं। इससे प्रदेश में कृषि एवं उद्यानिकी आधारित उद्योगों की संख्या बढ़ेगी एवं उद्यानिकी उत्पाद निरंतर बाजार में उपलब्ध हो सकेंगे। निजी क्षेत्र में आगामी दो वर्षों में पाँच लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त भण्डारण क्षमता के शीत गृह निर्मित कराये जाने के लिए नश्वर उत्पादों की भण्डरण क्षमता में वृद्धि की विशेष योजना स्वीकृत की गई है। इस योजना से अभी तक 5 लाख मीट्रिक टन से अधिक क्षमता के शीत गृह निर्मित किए जायेंगे। शीत गृहों के निर्माण से फसलोत्तर नुकसान की कमी होगी और अधिक उत्पादन की स्थिति में मूल्यो में गिरावट को भी आंशिक रूप से रोका जा सकेगा। प्रदेश में प्याज भण्डारण की वर्तमान क्षमता को दो वर्षों में बढ़ाकर 5 लाख मीट्रिक टन किए जाने के लक्ष्य के विरूद्ध अभी तक 70 हजार मीट्रिक टन क्षमता के प्याज भण्डार गृहों का निर्माण किया जाकर 14 करोड़ 92 लाख की अनुदान राशि कृषकों को दी गई है। खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विशिष्ट वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है, जिसके अन्तर्गत 155 प्रस्ताव ऑनलाइन प्राप्त हुए है। |
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश