Posted on 11 Sep, 2018 1:33 pm

 

राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर अपर मुख्य सचिव, वन श्री के.के. सिंह ने आज शहीद वन-कर्मियों के परिजनों को शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। श्री सिंह ने कहा कि आगामी वर्षों में होने वाले इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये औपचारिक बजट प्रावधान बनायें। प्रदेश में यह आयोजन आज पहली बार हुआ था। उन्होंने कहा कि वन-कर्मियों द्वारा वन अपराधों को रोकने के लिये गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री मनोज कुमार सपरा ने कहा कि भोपाल में निर्माणाधीन नवीन वन भवन में वन शहीदों की याद में स्मारक बनाया जायेगा। हाल ही में मुरैना जिले में हुई दु:खद घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 50 से अधिक वन अधिकारी और कर्मचारी वन और वन्य-प्राणियों की रक्षा करते हुए शहीद हो चुके हैं। श्री सपरा ने कहा कि वनकर्मी सुरक्षित रूप से शासकीय कार्यों को आसानी से कर सकें, इसके लिये उन्हें पर्याप्त सुविधाएँ उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है।

कार्यक्रम में शहीद वनकर्मी स्व. श्री प्रहलाद जाटव की पत्नी श्रीमती सुमित्रा बाई, वनरक्षक स्व. श्री प्रताप सिंह की पत्नी श्रीमती दक्षणा बाई, वन रक्षक स्व. श्री यदुनंदन यादव की माता श्रीमती कमला यादव, वनपाल स्व. श्री शरण सिंह गौर की पत्नी श्रीमती कृष्णा गौर, वनपाल स्व. श्री राकेश शाण्डिल्य की पत्नी श्रीमती सरोज शाण्डिल्य, वन-रक्षक स्व. श्री कोमल सिंह ठाकुर की पत्नी श्रीमती रूपरानी ठाकुर, वन-रक्षक स्व. श्री हनुमंत सिंह की पत्नी श्रीमती राधाबाई, स्व. श्री रामनारायण वैद्य की पत्नी श्रीमती आशा वैद्य, स्व. श्री बट्टूलाल की पुत्री श्रीमती रेखा वर्मा और वन-रक्षक स्व. श्री लक्ष्मीनारायण मालवीय के पुत्र श्री कमल सेन को सम्मानित किया गया।

वन बल प्रमुख श्री सपरा, विभिन्न जिलों से आये हुए वनकर्मी और अधिकारी सहित लगभग 90 लोगों ने नव रचना सेवा संस्थान के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान किया। इस अवसर पर वन शहीदों की स्मृति में प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन हुआ।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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