Posted on 16 Sep, 2016 5:20 pm

 
नवाचार पर टास्क फोर्स 
 

नवाचार को आर्थिक प्रगति और विकास के मुख्य प्रेरक के रूप में व्यापक रूप से मान्यता दी गई है। वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) का उद्देश्य नवाचार के बहु-आयामी पहलुओं का समावेश करना है। जीआईआई- 2016 में भारत की रैंकिंग 15 स्थानों की छलांग लगाकर 66 वें स्थान पर आ गई है। देश में नवाचार के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने और इस प्रकार जीआईआई में भारत की रैंकिंग में और सुधार लाने के उद्देश्य से औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग ने नवाचार के बारे में एक टास्क फोर्स का गठन किया है।

 

           वैश्विक नवाचार सूचकांक- 2016 (जीआईआई) की अभी हाल में शुरूआत की गई थी, जिसमें भारत ने पिछले तीन वर्षों से अधिक अवधि में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सेवा निर्यात में शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। भारत की मध्य और दक्षिणी एशिया में शीर्ष स्थान वाली अर्थव्यवस्था है और इसने वैश्विक अनुसंधान एवं विकास गहन कंपनियों सहित तृतीयक शिक्षा और अनुसंधान एवं विकास, अपने विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिक प्रकाशनों की गुणवत्ता में विशेष रूप से अपनी ताकत दिखाई है। भारत अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के नावाचार के संबंध में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। भारत का मध्यम आय अर्थव्यवस्थाओं में नवाचार गुणवत्ता में दूसरा स्थान है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत इस बात का अच्छा उदाहरण है कि कैसे नीति, नवाचार वातावरण को सुधार रही है। भारत ज्ञान, समावेश उप-स्तंभ के अंदर सभी संकेतकों से भी आगे चला गया है। इसने व्यावसायिक उद्यम में जीआईआई मॉडल के नए निगमित अनुसंधान प्रतिभा के क्षेत्र में ठोस प्रदर्शन किया है और इस बारे में 31वां स्थान प्राप्त किया है।

 

            नवाचार में भारत की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की क्षमताओं को मान्यता देते हुए वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती निर्मला सीतारमण ने एक टास्क फोर्स की स्थापना करने का निर्देश दिया था, जो भारत में नवाचार को आगे बढ़ाने का काम करेगा।

 

           सरकारी अधिकारियों और निजी संगठनों-  श्री नौशाद फोर्ब्स (सह अध्यक्ष, फोर्ब्स मार्शल समूह, अध्यक्ष सीआईआई), डॉ. अनिल वली (एमडी, एफआईटीटीT, आईआईटी दिल्ली), श्री गोपीचंद कटरागड्डा (सीटीओ, टाटा संस), श्री क्रिस गोपालकृष्णन (कार्यकारी उपाध्यक्ष, इंफोसिस), डॉ. निकोलाई डोबर्सस्टीन (भागीदार, ए.टी. कर्नी लिमिटेड), श्री राजीव श्रीनिवासन (सहायक संकाय, नवाचार आईआईएम-बी) और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग के प्रतिनिधि, टास्क फोर्स के संयोजक श्री राजीव अग्रवाल, संयुक्त सचिव, डीआईपीपी को शामिल करके टीम का गठन किया गया है। यह टास्क फोर्स एक नवाचार देश के रूप में भारत की स्थिति का आकलन करेगी और भारत में नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने और इस प्रकार जीआईआई में भारत की रैंकिंग में सुधार लाने के बारे में कदम उठाने के लिए सुझाव देगी।

 

            डीआईपीपी और सीआईपीएस ने जनता से उनके विचारों और सुझावों को आमंत्रित किया हैं। टास्क फोर्स कुछ अन्य योगदानकर्ताओं के साथ विचार विमर्श कर सकता है। आप अपने सुझाव cipam-dipp@gov.in या ट्विटर @CIPAM_India पर भेज सकते हैं।

 

Courtesy – Press Information Bureau, Government of India

Recent