Posted on 15 Dec, 2016 4:14 pm

भोपाल : गुरूवार, दिसम्बर 15, 2016, 15:30 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिये शुरू की गई नर्मदा सेवा यात्रा को शुरूआत से ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन और सराहना मिल रही है। नोबल शांति पुरस्कार विजेता ईस्ट तिमोर के पूर्व राष्ट्रपति श्री जोस रामोस होर्ता, आध्यात्मिक गुरू श्री दलाई लामा, ब्राजील के श्रम न्यायालय के न्यायाधीश श्री लेलियो कार्टियो, ग्रामीण बैंक बांग्लादेश के सीईओ और नोबेल विजेता श्री रतन कुमार नाग और नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने यात्रा को अपना समर्थन देते हुए इसे नदी संरक्षण का अभूतपूर्व प्रयास बताया है। यह जानकारी आज यहाँ  मंत्रालय में नर्मदा सेवा यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक में दी गई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यात्रा की व्यवस्थाओं के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि  नर्मदा सेवा यात्रा को  जन-समुदाय का अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है।  लोग पूरी श्रद्धा और उत्साह से यात्रा में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा नदी संरक्षण का अभूतपूर्व जनांदोलन बनेगी। यह पूरे विश्व में अनूठा नदी संरक्षण अभियान साबित होगा। उन्होंने कहा कि जनता ने यात्रा की शुरुआत से ही इसे अपना नेतृत्व दिया है और यात्रियों के लिए आगे बढ़कर भोजन, भंडारे आदि की व्यवस्था कर रही है।

वृक्षारोपण की रणनीति तैयार करें

मुख्यमंत्री ने यात्रा के लिए जगह-जगह मंच की व्यवस्था राज्य सरकार के स्तर से करने के निर्देश दिये। उन्होंने यात्रा के दौरान फलदार वृक्ष लगाने के लिये किसानों से भरवाये जाने वाले संकल्प पत्रों का प्रतिदिन अपडेट राज्य स्तर पर संकलित  करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के लिए उद्यानिकी और वन विभाग मिलकर प्लांटेशन की रणनीति बनाएं। ऐसे वृक्षों के पौधों की नर्सरी तैयार करने का काम शुरू करें, जो मिट्टी का कटाव और पानी को रोकने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि प्लांटेशन के लिए सूक्ष्म नियोजन की आवश्यकता है। नर्मदा के किनारे की मिट्टी और किसानों के खेतों की मिट्टी का परीक्षण करा कर उन्हें उपयुक्त प्रजाति के पौधे, रोपण के लिए उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे उद्यानिकी के क्षेत्र में वृद्धि होगी। कृषि जलवायु के अनुरूप पौधों का रोपण करने के निर्देश देते हुए प्लांटेशन के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले वन विभाग के अधिकारियों की टीम बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्लांटेशन का काम फरवरी, मार्च में शुरू करने की तैयारी रखें।

प्रदूषण रोकने सीवेज प्लांट

शहरों के प्रदूषित जल-मल को नर्मदा में मिलने से रोकने के लिये सीवेज प्लांट निर्माण के संबंध में श्री चौहान ने कहा कि सीवेज प्लांट का निर्माण अमरकंटक से शुरू होना चाहिए। उन्होंने निर्माण की समय-सीमा भी तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नर्मदा के किनारे बसे हर घर में शौचालय की सुविधा होना चाहिए। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है।

मुख्यमंत्री ने ऐसे घाटों पर महिलाओं की सुविधा के लिये चेंजिंग रूम बनाने के निर्देश दिये जहाँ श्रद्धालु ज्यादा संख्या में आते हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम 5000 चेंजिंग रूम की आवश्यकता होगी। नर्मदा के किनारे पूजन कुंड बनाने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूजन सामग्री को नर्मदा में बहाने से भी प्रदूषण फैलता है। इसे रोकने के लिये पूजन कुंड का निर्माण जरूरी है।  यह नदी के पर्यावरण को बचाने में प्रभावी साबित होगा। उन्होंने मुक्तिधाम बनाने के लिये स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिये। किसानों को जैविक खेती के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा से नशामुक्ति का अभियान भी जुड़ा है। यह यात्रा लोगों को नशा नहीं करने की शिक्षा और प्रेरणा देने का अवसर है।

अवैध उत्खनन पर रखें नजर

मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा से रेत का अवैध उत्खनन नहीं होगा। अमरकंटक के आस-पास किसी प्रकार का उत्खनन नहीं होगा। उन्होंने अवैध उत्खनन पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मशीनों से उत्खनन किसी कीमत पर नहीं होगा। नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिये पूरा समाज आंदोलित है। सभी सामाजिक संगठन आगे आ रहे हैं। आध्यात्मिक और सामाजिक आंदोलन से जुड़े नेताओं का समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने नर्मदा सेवा यात्रा में समाज की बडी हस्तियों की भागीदारी के लिये व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होने नर्मदा के किनारों के घाटों का जीर्णोद्धार करने के लिये कार्य योजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि नर्मदा परिक्रमा पथ का जीर्णोद्धार भी तत्काल शुरू किया जाये।

नये साल का शासकीय कैलेंडर नर्मदा सेवा यात्रा पर

श्री चौहान ने नर्मदा नदी के संरक्षण की मुख्य विषय-वस्तु पर शालाओं में निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं जैसे आयोजनों के माध्यम से युवाओं, एनसीसी, स्काउट-गाइड्, एनएसएस को भी जोड़ने के निर्देश दिये। श्री चौहान ने नये साल का शासकीय कैलेंडर 'नमामि देवि नर्मदे' की विषय-वस्तु पर बनाने के निर्देश दिये।

चार कोर समूह का गठन

यात्रा के लिये चार कोर ग्रुप बनाये गये हैं। वृक्षारोपण पर अपर मुख्य सचिव श्री दीपक खांडेकर, शौचालय निर्माण और सीवेज ट्रीटमेंट पर अपर मुख्य सचिव श्री आर.एस. जुलानिया, घाटों के जीर्णोद्धार पर अपर मुख्य सचिव श्री रजनीश वैश एवं धार्मिक गुरूओं एवं विषय-विशेषज्ञों की भागीदारी पर प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव समूह प्रमुख होंगे।

बैठक में वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, उदयानिकी राज्य मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, मुख्य सचिव श्री बी. पी. सिंह  एवं सभी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश