Posted on 07 Dec, 2016 8:02 pm

भोपाल : बुधवार, दिसम्बर 7, 2016, 18:29 IST
 

नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य की अध्यक्षता में आज विधानसभा समिति कक्ष में नर्मदा घाटी विकास विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई। बैठक में विधायक सर्वश्री जालम सिंह पटेल, बालकृष्ण पाटीदार, नागरसिंह चौहान और सुश्री ममता मीना उपस्थित हुए। बैठक में बताया गया कि नर्मदा-मालवा-गंभीर लिंक योजना में 13 किलोमीटर पाईप लाईन बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है। चार पम्प हाउस का निर्माण शुरू कर दिया गया है। इंदौर और उज्जैन जिलों की सात तहसील के 158 गाँव योजना से लाभान्वित होंगे। कुल 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में इससे सिंचाई होगी।

बैठक में राज्य मंत्री श्री आर्य ने निर्माणाधीन कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। बताया गया कि इंदिरा सागर परियोजना की मुख्य नहर की पूर्ण लम्बाई 24 किलोमीटर में जल प्रवाहमान है। बीते वर्ष इससे एक लाख 25 हजार 900 हेक्टेयर में सिंचाई की गई। इस वर्ष एक लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य तय किया गया। इसी तरह ओंकारेश्वर परियोजना कुल सवा दो सौ किलीमीटर लम्बाई की दाईं और बाईं तट नहर से गत वर्ष 97 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की गई थी। इस वर्ष एक लाख 29 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की जाएगी। बैठक में जानकारी दी गई कि रानी अवंतीबाई लोधी सागर परियोजना (बरगी बाँध) में बरगी ग्राम से बरगी नगर बाँध स्थल तक पहुँच मार्ग का उन्नयन करा दिया गया है। बैठक में निर्मित और निर्माणाधीन परियोजनाओं के वर्ष 2016-17 के सिंचाई लक्ष्य के संबंध में ही जानकारी दी गई। बैठक में प्रमुख रूप से मान परियोजना, शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद (जोबट) परियोजना, पुनासा उद्‌वहन योजना, हालोन परियोजना, अपर बेदा और बरगी व्यपवर्तन परियोजना के कार्यों की प्रगति‍ से अवगत करवाया गया। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 11 नवीन माईक्रो परियोजनाओं से 2 लाख 14 हजार 509 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी।

बैठक में अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास और उपाध्यक्ष नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण श्री रजनीश वैश ने गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में विभाग के अभियंता उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश