Posted on 31 May, 2019 5:53 pm

नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के नव-नियुक्त उपाध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी ने आज नर्मदा भवन में प्राधिकरण मुख्यालय तथा मैदानी संरचनाओं की जानकारी प्राप्त की। श्री रेड्डी ने कहा कि प्राधिकरण की निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय-सीमा में पूरा किया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिये प्रभावी कार्य-योजना बनाकर उस पर अमल किया जाये। साथ ही निर्मित योजनाओं की सिंचाई क्षमता का शत-प्रतिशत उपयोग करने पर ध्यान दें। प्रस्तावित योजनाओं के लिये निर्माण पूर्व की प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा करें और वित्तीय आवश्यकताओं की समयबद्ध योजना बनायें। श्री रेड्डी ने प्राधिकरण के निर्माणाधीन कार्यों की अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करने के लिये सतत् मानिटरिंग करने को कहा है।

नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के सदस्य अभियांत्रिकी श्री आर.पी.मालवीय ने बताया कि सिंचाई योजनाओं से वर्ष 2018-19 में नर्मदा घाटी के 5 लाख 70 हजार हेक्टेयर रकबे को सिंचाई जल उपलब्ध कराया गया। मालवांचल में सिंचाई की महत्वाकांक्षी परियोजना नर्मदा-मालवा-गम्भीर का 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। नर्मदा-क्षिप्रा पाईप लाईन योजना भी तेजी से पूर्णता की ओर अग्रसर है। संचालक (पुनर्वास) श्री संजय गुप्ता ने इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर परियोजना के साथ अंतर्राज्यीय सरदार सरोवर परियोजना से संबंधित पुनर्वास कार्यों की जानकारी दी। प्राधिकरण के सदस्य (पर्यावरण) श्री सी.के.पाटिल ने परियोजनाओं से संबंधित पर्यावरणीय मुद्दों से अवगत कराया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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