Posted on 23 Jul, 2018 7:22 pm

 

श्योपुर जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के गांव आवदा की बहू-बेटियाँ बहुत खुश हैं। उन्हें खुले में शौच से पूरी तरह निजात मिल गई है। इस गांव के सभी 632 घरों में शत-प्रतिशत शौचालय बनने से गांव खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो गया है।

गांव के हरीराम, हरपाल, सकाराम, मोतिया कहते हैं कि स्वच्छ भारत मिशन ने हमारी जिन्दगी बेहतर कर दी है। पहले घर के बाहर शौच के लिये जाते थे। हमेशा बीमारियों का खतरा बना रहता था। बरसात में तो सांप-बिच्छू का खौफ भी समाया रहता था। स्वच्छ भारत समन्वयक देवेशवरी शर्मा और उनकी सहयोगी सारिका पाटीदार ने इन लोगों की आँखें खोल दीं। उन्हीं की समझाईश पर सब ने अपने यहां शौचालय बनवाने की ठानी, जिसे सरपंच मोना बाई और सचिव के सहयोग से पूरा किया गया।

सासूमाँ रानी बाई कहती हैं कि घर में शौचालय होने से अब बहू-बेटियों को शर्मनाक स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता। बच्चे भी गंदगी से बचने के कारण ज्यादातर बीमार नहीं पड़ते। स्वच्छ भारत मिशन ने तो हमारा नजरिया ही बदल दिया। न रहेगी गंदगी, न होगी बीमारी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश