Posted on 20 Aug, 2018 3:21 pm

 

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि द्विव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदान करने के लिए एपिड और राष्ट्रीय वयोश्री योजना में शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसी कड़ी में प्रथम तीन दिवसीय शिविर सागर जिले की रहली तहसील में 28 से 30 अगस्त 2018 तक आयोजित किया जा रहा है।

मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि द्विव्यांगजनों को कृत्रिम यंत्र और अन्य स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर तथा स्वयं सेवी संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न स्तर के शिविरों का आयोजन निरंतर किया जाता है। इसी कड़ी में भारत सरकार की एपिड योजना के तहत तीन दिवसीय शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में सागर जिले की रहली, गढ़ाकोटा, शाहपुर तहसील के द्विव्यांगजनों का नि:शुल्क परीक्षण किया जायेगा और उपकरण प्रदान किए जाएंगे। शिविर में पुनर्वास विशेषज्ञ श्री विक्रम कुमार, श्री अनिल बंजारा (ऑडिपालोजिस्ट), डॉ. मनीष गुप्ता, श्री अशोक विश्वकर्मा और श्री अनूप सेंगर जैसे विशेषज्ञ अपनी सेवाएँ प्रदान करेंगे।

एपिड योजना में लाभ प्राप्त करने के लिये द्विव्यांगजन को 40 प्रतिशत से अधिक का विकलांगता प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, 15 हजार रूपये प्रति माह तक आय का प्रमाण-पत्र, मतदाता फोटो परिचय-पत्र अथवा राशन कार्ड और एक पासपोर्ट साइज का फोटो साथ लाना आवश्यक होगा। द्विव्यांगजनों को उनकी आवश्यकतानुसार कृत्रिम बत्तीस, कान की मशीन तथा अन्य उपकरण उपलब्ध कराये जाएंगे। राष्ट्रीय वयोश्री योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए बी.पी.एल. कार्ड, सिनियर सिटीजन पेंशन कार्ड, वोटर कार्ड, दुर्बलता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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