Posted on 20 Dec, 2016 4:12 pm

भोपाल : मंगलवार, दिसम्बर 20, 2016, 15:51 IST
 

वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा है कि देश में तेजी से विकास के लिए कैशलेस सोसायटी का होना जरूरी है। उन्होंने इस व्यवस्था को देश की दूसरी आजादी की लड़ाई बताया। वित्त मंत्री श्री मलैया आज भोपाल जिले के बड़झिरी में पहले िडजिटल ग्राम के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। बड़झिरी प्रदेश का पहला डिजिटल ग्राम है, जिसे बैंक ऑफ बड़ौदा के सहयोग से डिजिटल ग्राम बनाया गया है। इस मौके पर विधायक श्री रामेश्वर शर्मा भी मौजूद थे।

वित्त मंत्री श्री मलैया ने कहा कि बड़झिरी के लोगों को डिजिटल ग्राम से न केवल बैंकिंग सेक्टर में फायदा मिलेगा बल्कि इस तकनीक का फायदा ग्रामीणों को खेती किसानी में भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेकर देश की अर्थव्यवस्था से कालाधन साफ किया है। इस निर्णय से आमजन को कुछ समय तकलीफ होगी लेकिन आने वाले समय में सरकार के पास कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिये पैसों की कमी नहीं होगी। प्रदेश की वित्तीय स्थिति की चर्चा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सड़क, बिजली, पानी की व्यवस्था के लिये राज्य सरकार के पास पैसों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बच्चे उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययन कर सके। इसके लिये शिक्षा के लिये बगैर ब्याज पर ऋण दिया जायेगा। इसके लिये एक हजार करोड़ रुपये का कोष तैयार किया गया है।

वित्त मंत्री श्री मलैया ने ग्रामीणों को स्मार्ट फोन, ग्राम पंचायत के सरपंच को कम्प्यूटर भेंट किया। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने इस मौके पर कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने डिजिटल ग्राम बनाकर बड़ी पहल की है। इसका असर इस क्षेत्र के आसपास के ग्रामों पर भी पड़ेगा। उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों से कहा कि वे कापर्रेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी

(सीएसआर) में बड़झिरी में सुन्दर पार्क बनायें। इस पार्क के बनने से डिजिटल ग्राम की प्रेरणा अन्य गाँवों को भी मिलेगी।

वित्त मंत्री ने पीओएस से खरीदा चावल

वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने डिजिटल ग्राम की घोषणा के बाद पॉइन्ट ऑफ सेल मशीन से कार्ड स्वीप कर नजदीक के किराना स्टोर से चावल खरीदा। बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक श्री राजेन्द्र कुमार ने बताया कि बड़झिरी को डिजिटल ग्राम बनाने का फैसला अक्टूबर माह में लिया गया था। आज यह गाँव पूरी तरह से डिजिटल और कैशलेस बन गया है। उन्होंने बताया कि इंदौर और जबलपुर अंचल में भी चयनित गाँव को शत-प्रतिशत डिजिटल बनाया जा रहा है।

डिजिटल ग्राम में किये गये कार्य

बड़झिरी के 2000 ग्रामीणों के खाते खोले गये और डेबिट कार्ड जारी किये गये। गाँव की सभी दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पीओएस मशीन लगाई गई। गाँव में एक्सप्रेस लाबी की स्थापना की गई। जिसमें एटीएम, पास-बुक प्रिंटर, कैश डिपाजिट मशीन लगाई गई। बड़झिरी गाँव को इन्टरनेट और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। गाँव में ग्राहक सेवा केन्द्र की स्थापना की गई है। ग्रामीणों को बैंकऑफ बड़ौदा की मोबाइल बैंकिंग एप की सुविधा उपलब्ध करवायी गयी है। किसानों को स्मार्ट फोन खरीदने के लिये बैंक ऑफ बड़ौदा 10,000 रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवा रहा है। ग्रामीणों को कम्प्यूटर की साक्षरता देने के लिये चौपालों पर विशेष प्रशिक्षण दिये जाने की व्यवस्था की गई है।

कार्यक्रम में उप महाप्रबंधक श्री व्ही.के.शुक्ला, श्री जे.के.माथुर स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद थे। वित्त मंत्री ने बड़झिरी के सरकारी माध्यमिक स्कूल में जाकर विद्यालय को 3 कम्प्यूटर भी भेंट किये।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश