Posted on 10 May, 2018 5:17 pm

 

प्रदेश में दिव्यांग विद्यार्थियों को माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में अध्ययन की सुविधा देने के लिये पहले चरण में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा भोपाल, इंदौर और रीवा में छात्रावास मंजूर किये गये हैं। आगामी वर्ष में प्रदेश के अन्य संभागों में भी छात्रावास खोले जाएंगे। दिव्यांग विद्यार्थियों को प्राथमिक शिक्षा देने के लिये राज्य में 60 छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। पिछले वर्ष एक लाख 12 हजार से अधिक दिव्यांग विद्यार्थियों को कक्षा-1 से 8 तक सरकारी एवं अनुदान प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में अध्ययन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। शैक्षणिक सत्र 2017-18 में करीब 3 हजार दिव्यांग विद्यार्थियों को छात्रावास की सुविधा उपलब्ध करवाई गई।

मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने दिव्यांग विद्यार्थियों के लिये पृथक से परीक्षा की व्यवस्था की है। दिव्यांग छात्रों को परीक्षा के लिये एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया एवं उनकी मदद के लिये राइटर उपलब्ध करवाने का भी प्रावधान किया गया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश