Posted on 17 Nov, 2016 6:13 pm

भोपाल : गुरूवार, नवम्बर 17, 2016, 17:33 IST
 

टीकमगढ़ जिले का गाँव हरपुरा। सुबह की किरणों के साथ दस्तक अभियान की टीम ने 16 नवम्बर को जब गाँव के संतोष कुमार और मनीषा के घर दस्तक दी, तो वे उनके ढाई साल के बेटे राहुल को देखकर भौचक्के रह गये। एएनएम श्रीमती पानवतीबाई, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती मेघा यादव और ग्राम की आशा कार्यकर्ता श्रीमती मेवाबाई ने जब जाँच की, तो पाया कि नन्हें राहुल का हीमोग्लोबिन मात्र 4 ग्राम ही था, जबकि इस उम्र के बच्चों में यह 11 प्रतिशत या इससे अधिक होना चाहिये। उसका वजन केवल 9 किलोग्राम था और वह श्वसन तंत्र के संक्रमण से जूझ रहा था।

राहुल की माँ ने बताया कि राहुल अक्सर बीमार रहता है। हाल ही में बहुत अधिक चिड़चिड़ा हो गया है, जिससे उसे खिलाने-पिलाने में काफी कठिनाई होती है। जुलाई, 2016 में उसका संभावित निमोनिया का इलाज हुआ था।

नि:शुल्क वाहन से पहुँचाया टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय

अभियान टीम ने राहुल के माता-पिता को टीकमगढ़ जिला अस्पताल में खून की कमी के कारणों का पता लगाने, खून चढ़वाने और उपचार की समझाइश दी, तो वे राजी हो गये। बच्चे की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग का अमला नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था के साथ राहुल को लाने उसके घर पहुँचा। आज राहुल सक्षम चिकित्सकों की निगरानी में है। पिछले 24 घंटे में उसके स्वास्थ्य में सुधार आया है और उसकी गिरती सेहत सम्हलने लगी है।

छोटे बच्चों में खून की कमी से सर्दी-खाँसी, बुखार, दस्त रोग, फोड़े-फुंसी, निमोनिया होने की संभावना बनी रहती है। अभियान में गंभीर एनेमिक बच्चों की पहचान कर रक्ताधान द्वारा इसे दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

दस्तक अभियान में प्रदेश के सुदूर ग्रामों में बसे राहुल जैसे अनेक 5 वर्ष से छोटे बच्चों की पहचान कर उनके उपचार का बंदोबस्त किया जा रहा है 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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