Posted on 19 Jul, 2016 5:22 pm

 
तीन दिवसीय भारतीय फैशन ज्वैलरी एवं सहायक सामान शो का 9वां संस्करण 21 जुलाई, 2016 से शुरू होगा 
 

     भारत के निर्यात में फैशन ज्‍वैलरी की हिस्‍सेदारी बढ़ाने के लिए हस्‍तशिल्‍प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) तीन दिवसीय भारतीय फैशन ज्‍वैलरी एवं सहायक सामान शो (आईएफजेएएस-2016) का नौवां संस्‍करण 21 जुलाई से लेकर 23 जुलाई, 2016 तक एनसीआर-दिल्‍ली के ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्‍सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित करने जा रही है।

      ईपीसीएच के अध्‍यक्ष श्री डी. कुमार ने बताया कि देश भर में फैले 250 से अधिक निर्माता एवं निर्यातक फैशन ज्‍वैलरी एवं सहायक सामान की विस्‍तृत उत्‍पाद रेंज को इस दौरान प्रदर्शित करेंगे, ताकि एक ही छत के नीचे अपनी आवश्‍यकताओं की पूर्ति के लिए विदेशी खरीदारों एवं उनके प्रतिनिधियों को आकर्षित किया जा सके।

       ईपीसीएच के अध्‍यक्ष श्री दिनेश कुमार ने यह भी बताया कि आईएफजेएएस-2016 फैशन ज्‍वैलरी एवं सहायक सामान से जुड़े क्षेत्र के लिए एक वैश्विक प्‍लेटफॉर्म प्रदान करेगा, ताकि 16.3 अरब डॉलर के विश्‍व बाजार में अपनी पहचान बनाई जा सके और इस सेगमेंट में भारत की हिस्‍सेदारी बढ़ाई जा सके।

      आईएफजेएएस-2016 के दौरान मुख्‍यत: फैशन उत्‍पादों जैसे कि फैशन एवं पोशाक आभूषण, फैशन के सहायक सामान एवं सिर से पांव तक के श्रृंगार सामान पर फोकस किया जायेगा। इस दौरान पांच श्रेणियों में विभिन्‍न सामग्री, उत्‍पादों एवं डिजाइन की विस्‍तृत रेंज प्रदर्शित की जायेगी। इन पांच श्रेणियों में फैशन ज्‍वैलरी, अर्ध कीमती ज्‍वैलरी, सहायक फैशन सामान, हैंड बैग एवं फैंसी व कशीदाकारी वाले फैशन जूते, नकली आभूषण और शॉल शामिल हैं।

      ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री राकेश कुमार ने इसे भारत के निर्यात बॉस्‍केट का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा बताते हुए कहा, ‘वर्ष 2015-16 में भारत से फैशन ज्‍वैलरी एवं सहायक सामान का निर्यात 2755 करोड़ रुपये का हुआ था, लेकिन विश्‍व बाजार में इसकी हिस्‍सेदारी अब भी बहुत कम है। आईएफजेएएस का आयोजन हस्‍तशिल्‍प क्षेत्र के महत्‍वपूर्ण खंडों को बढ़ावा देने एवं इनका विस्‍तारीकरण करने संबंधी परिषद के अभियान का एक हिस्‍सा है, जिसे और ज्‍यादा बढ़ाने की असीम गुंजाइश है।’

     ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि विश्‍व में आभूषण (ज्‍वैलरी) के शीर्ष आयातक देश अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, कनाडा, बेल्जियम, हांगकांग, स्‍पेन, ऑस्‍ट्रेलिया, इटली एवं लैटिन अमेरिकी देश हैं और भारत इन बाजारों को ज्‍वैलरी का निर्यात पहले से ही कर रहा है।

      ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री राकेश कुमार ने यह भी कहा कि आईएफजेएएस उन लोगों को एक विशेष प्‍लेटफॉर्म प्रदान करेगा, जिन्‍हें फैशन उत्‍पादों की विस्‍तृत रेंज में विशेषज्ञता हासिल है। विशेष रूप से इस क्षेत्र (सेक्‍टर) पर केंद्रित आईएफजेएएस प्रदर्शकों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने एवं अपनी कारोबारी संभावनाओं का पूर्ण रूप से दोहन करने का एक अनोखा अवसर प्रदान करेगा।    

 

C:UsersHindi Unit 001DesktopMr. Rakesh Kumar, ED - EPCH SEEN WITH MR. SOBINDER SINGH KOHLI, PRESIDENT, IFJAS 2016 ALONGWITH MR. R.K. PASSI AND MR. RAUJESH JAIN, COA EPCH during the press conference of IFJAS 2016 at India Expo Mart  Greater .JPG

 

श्री कुमार ने यह भी बताया कि भारत से फैशन ज्‍वैलरी एवं सहायक सामान का निर्यात वर्ष 2014-15 के 2502 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2015-16 में 2755 करोड़ रुपये (421 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के स्‍तर पर पहुंच गया, जो 10.10 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

 

Courtesy – Press Information Bureau, Government of India

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