Posted on 06 Jun, 2017 6:55 pm

भोपाल : मंगलवार, जून 6, 2017, 17:58 IST
 

 

विद्यार्थी का समग्र विकास केवल अंकों के आधार पर न होकर कॉलेज के परिसर में अच्छे माहौल के साथ-साथ उनको सकारात्मक वातावरण देने से होगा। इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला देने पर उनकी पढ़ाई की गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाये। यह बात तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने आज काउंसलिंग सत्र 2017-18 के लिये ऑनलाइन ऑफ केम्पस काउंसलिंग द्वारा प्रवेश के सिलसिले में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रतिनिधि एवं निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के संचालक की कार्यशाला में कही।

राज्य मंत्री श्री जोशी ने बताया कि अगले दो साल में कम से कम दो शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज देश में श्रेष्ठ कॉलेज की श्रेणी में आयें, इसके लिये उनका विभाग तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने इस दिशा में निजी इंजीनियरिंग कॉलेज से भी अपेक्षा की।

श्री जोशी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश विद्यार्थी इंजीनियरिंग कॉलेज में अंग्रेजी भाषा के ज्ञान के अभाव में दाखिला लेने में हिचकते हैं। इसलिये राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि विद्यार्थी हिन्दी भाषा में उत्तर लिख सकेंगे।

राज्य मंत्री श्री जोशी ने इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रतिनिधियों से कहा कि विद्यार्थियों को बेहतर पढ़ाई का बेहतर वातावरण करवाने के साथ ही उन्हें दो पहिया वाहन पर हेलमेट पहनकर आने के लिये प्रेरित करें। श्री जोशी ने जोशी ने कहा कि विद्यार्थियों को खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों से भी जोड़ा जाये। उन्होंने आश्वस्त किया कि कार्यशाला में प्रस्तुत सुझावों पर उपयुक्त निर्णय लिया जायेगा।

तकनीकी शिक्षा संचालक प्रो. वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि काउंसलिंग 5 चरण में होगी। पहले चरण में पंजीयन (नि:शुल्क), दूसरे चरण में दस्तावेजों का सत्यापन, तीसरे चरण में प्राथमिकता क्रम का चयन-शिक्षण शुल्क का आंशिक भुगतान, चौथे चरण में आवंटन और पाँचवें चरण में आवंटित संस्था में उपस्थिति, दस्तावेजों का सत्यापन एवं प्रवेश होगा। यह पंजीयन एक ही बार होगा। आगामी चरणों में पुन: पंजीयन करवाने की जरूरत नहीं होगी। काउंसलिंग के समय अभ्यर्थी को आधार नम्बर देना होगा। विद्यार्थी के लिये ई-वेरीफिकेशन की सुविधा के साथ-साथ शुल्क का भुगतान काउंसलिंग में प्राथमिकता क्रम चयन लॉक करते समय केवल एक बार करना होगा।

काउंसलिंग की प्रक्रिया

प्रदेश में तकनीकी एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश की बढ़ती माँग और विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सत्र 2009 से तकनीकी शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन ऑफ केम्पस काउंसलिंग के जरिये प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित की है। वर्तमान में विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों की 16 काउंसलिंग एक साथ समानांतर रूप से संचालित हैं।

काउंसलिंग में शामिल होने के माध्यम

इंटरनेट द्वारा कम्प्यूटर/एण्ड्रायड फोन के माध्यम से कहीं से भी, निकटस्थ सहायता केन्द्र यथा शासकीय पॉलीटेक्निक/शासकीय महिला पॉलीटेक्निक/राज्य शासन के स्वशासी इंजीनियरिंग महाविद्यालय/अन्य शासकीय संस्थाएँ जिनका दूरभाष एवं पता वेबसाइट dte.mponline.gov.in/ dtempcounselling.org पर उपलब्ध रहेगा। एम.पी. ऑनलाइन के अधिकृत कियोस्क के माध्यम से भी इसमें शामिल हुआ जा सकता है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश