Posted on 26 Sep, 2016 6:57 pm

भोपाल : सोमवार, सितम्बर 26, 2016, 18:19 IST
 

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह ने आयुष विभाग को आयुर्वेद चिकित्सालयों के अलावा जिला एलोपैथिक चिकित्सालयों में भी डेंगू, चिकनगुनिया आदि के लिये आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी दवाएँ नि:शुल्क उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये हैं। श्रीमती सिंह ने यह निर्देश आज डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाईन फ्लू आदि रोगों की दैनिक समीक्षा करते हुए दी। आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. पल्लवी जैन गोविल भी बैठक में मौजूद थीं।

आयुष विभाग ने चिकनगुनिया के मरीजों को चिरायता और गुडुची का काढ़ा दिन में दो बार पीने, धनवटी और अमृता केप्सूल और भरपूर पानी पीने का सुझाव दिया है।

होम्योपैथिक चिकित्सा में यूकाटोरियम पर्फ 4 गोली एक बार 7 दिन तक या 4-4 गोली दो बार 3 दिन तक देने की सलाह दी गयी है।

यूनानी चिकित्सा में दवाएँ शफूफ अवयज, शफूफ तबाशीर, हब्बे मुबारक, हब्बे अरुगंध, हब्बे अजराकी और मुसफ्फी को चिकित्सक से परामर्श के बाद लेने की सलाह दी गयी है।

एक ही पद्धति की लें दवा

इन पद्धतियों में से कोई एक ही दवा का सेवन किया जा सकता है। यह दवाइयाँ स्थानीय जिला आयुष चिकित्सालयों, आयुष विंग, आयुष महाविद्यालयों और जिला चिकित्सालयों के आयुष विंग में नि:शुल्क उपलब्ध हैं।

प्रदेश में एक अप्रैल से अब तक डेंगू, चिकनगुनिया और स्वाईन फ्लू के 44 जिलों में 720 मरीज पाये गये हैं। वर्तमान में 80 मरीज विभिन्न अस्पताल में उपचाररत हैं। चिकनगुनिया के 18 जिलों में 98 मरीज मिले हैं। स्वाईन फ्लू के अब तक 388 सेम्पल जाँच के लिये भेजे गये हैं, जिनमें 380 की रिपोर्ट आ चुकी है, 379 रिपोर्ट निगेटिव हैं। आठ सेम्पल रिपोर्ट आना बाकी हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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