Posted on 25 Jul, 2018 8:40 pm

 

महिला वित्त एवं विकास निगम द्वारा 27 जुलाई से भोपाल के डी.बी. सिटी मॉल में चार दिवसीय तेजस्वनी हाट आयोजित किया जाएगा। हाट में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित एवं निर्मित सामग्री का प्रदर्शन एवं विक्रय होगा।

हाट के मुख्य आकर्षण में जैविक कृषि उत्पाद, हस्त-निर्मित कला के अनूठे नमूने सहित कोदो-कुटकी कदन्न, कठिया गेहूँ का दलिया, श्रीराम चावल, राई-रामतिल तेल एवं सरसों की कच्ची धानी, जैम-जैली, अचार-मुरब्बा और बड़ी-पापड़ स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा निर्मित एवं उत्पादित शुद्ध हस्त-निर्मित सामग्री और वस्तुएँ प्रदर्शन-विक्रय के लिये उपलब्ध होंगी। कोदो-कुटकी कदन्न ग्लूटन फ्री एवं रिच फाइबरयुक्त होने के कारण पाचन-तंत्र को मजबूत करते हैं और डायबिटिज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में प्रभावी और मोटापा घटाने में सहायक है। कठिया गेहूँ का दलिया विटामिन 'ए' से भरपूर एवं बीटा-केरोटीन और ग्लूटन होता है और इसमें आयरन, जिंक, फाइबर होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। बिना पॉलिश वाली देसी दालों के साथ बालाघाट का मशहूर श्रीराम चावल भी हाट में उपलब्ध होगा। छतरपुर जिले की हैण्डलूम दरियाँ, फुटमेट और पन्ना की जैकट के साथ अन्य सामग्री आकर्षण का केन्द्र होगी।

तेजस्विनी कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्म-निर्भर करना है। इस उद्देश्य से संचालित तेजस्विनी कार्यक्रम को अब तक स्मार्ट गर्वनेंस स्कॉच अवार्ड 2015, सीताराम राव लाइवलीहुड अवार्ड 2014 और शौर्या दल के लिये स्कॉच अवार्ड 2014 प्राप्त हो चुके हैं। वर्ष 2017 में डिण्डोरी जिले की तेजस्विनी नारी चेतना महिला संघ की अध्यक्ष श्रीमती रेखा पन्द्राम द्वारा न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र संघ के 61वें सत्र में सहभागिता करने का सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।

महिला वित्त एवं विकास निगम द्वारा आईफेड के सहयोग से तेजस्विनी ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम मध्यप्रदेश के छह जिलों में छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, मंडला, डिण्डोरी और बालाघाट में संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर सशक्त करना है। तेजस्विनी कार्यक्रम के तहत 16 हजार 737 स्व-सहायता समूहों के माध्यम से 2 लाख 9 हजार 697 महिलाएँ संगठित होकर विभिन्न आजीविका गतिविधियों में संलग्न हैं। स्व-सहायता समूहों की इन महिलाओं द्वारा पहले भी भोपाल में 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ग्रामीण महिला हाट लगाया गया था। इस हॉट में जहाँ ग्रामीण महिलाओं को मॉल जैसे बड़े बाजार में बिक्री का अनुभव मिला, वहीं शहर के लोगों को भी गाँवों के शुद्ध जैविक, देसी व हस्त-निर्मित सामग्रियों को देखने और क्रय करने का अवसर प्राप्त हुआ। हाट को लोगों द्वारा इसे बेहद सराहा गया तथा इसे पुन: लगाने की माँग की गई। इसी माँग पर एक बार फिर डी.बी. सिटी मॉल में तेजस्विनी हाट लगाया जा रहा है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश