Posted on 09 Aug, 2018 5:29 pm

 

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण नई दिल्ली के अध्यक्ष जस्टिस श्री आदर्श कुमार गोयल ने मध्यप्रदेश में नगरीय ठोस अपशिष्ट और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन की सराहना की है। जस्टिस गोयल ने समस्त राज्यों की दो दिवसीय वीडियो कांफ्रेंसिंग में इंदौर मॉडल की प्रशंसा करते हुए राज्यों को इसको अपनाने के निर्देश दिये। वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव, पर्यावरण श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव नगरीय विकास श्री गुलशन बामरा और सदस्य सचिव श्री ए.ए. मिश्रा ने मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया।

श्री राजन ने प्राधिकरण को बताया कि प्रदेश में उत्पन्न होने वाले कुल नगरीय ठोस अपशिष्ट 6773 मीट्रिक टन प्रतिदिन में से 81 प्रतिशत कचरे का संग्रहण हो रहा है। इसमें से 41 प्रतिशत का उपचार प्रदेश में ही किया जा रहा है। श्री राजन ने 11.5 मेगावाट क्षमता वाले जबलपुर के वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के साथ इंदौर, भोपाल और अन्य शहरों में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। प्रदेश में लगभग सभी शहरों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था है। श्री राजन ने प्रदेश में 26 कलस्टर के माध्यम से संचालित नगरीय ठोस अपशिष्ट उपचार योजना की भी जानकारी दी।

श्री राजन ने प्राधिकरण को जानकारी दी कि प्रदेश में पालीथिंन कैरी बैग पूर्णत: प्रतिबंधित है। साथ ही पर्यावरण की रक्षा के लिये खेतों की नरवाई जलाने पर भी प्रतिबंध है। नदियों के जल की गुणवत्ता पर सतत निगरानी रखने के लिये ऑनलाइन मॉनीटरिंग सिस्टम लागू है। एनजीटी ने मध्यप्रदेश में किये गये अन्य कार्यों की भी सराहना की। अध्यक्ष श्री गोयल ने अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश जाकर वहाँ किये गये कार्यों का निरीक्षण करने के लिये कहा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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