Posted on 14 Jul, 2019 3:02 pm

टीकमगढ़ में जिला प्रशासन ने विद्यार्थियों को म.प्र. लोक सेवा आयोग और संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कराने की पहल शुरू की है। कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन ने स्टूडेंट वेलफेयर एकेडमी एण्ड सोसायटी (आरोहण) बनाई है। सोसायटी के माध्यम से स्थानीय कृषि कॉलेज भवन में विद्यार्थियों को कलेक्टर स्वयं प्रतिदिन सुबह पहुँचकर परीक्षा की तैयारी के लिये कोचिंग देते हैं। उनके साथ ई-गवर्नेंस के सहायक प्रबंधक श्री अनुपम दीक्षित और पीएससी की टॉपर अनुविभागीय अधिकारी सुश्री वंदना राजपूत भी कोचिंग देती हैं। 

जिला प्रशासन के इस नवाचार से जिले में शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों के साथ आम आदमी भी उत्साहित है। लोग अपने बच्चों को पीएससी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं। महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के मन में इन परीक्षाओं में सफल होने की लालसा जाग उठी है।

टीकमगढ़ में पीएससी, यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिये कोचिंग व्यवस्था नहीं होने से जिले के विद्यार्थी दिल्ली, इंदौर रवाना हो गये थे। फेसबुक पर जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग की व्यवस्था की जानकारी मिलते ही वापस घर लौटने लगे हैं। बी.टेक. शुभम पाठक यूपीएससी की तैयारी के लिये दिल्ली चले गये थे। उन्हें जब टीकमगढ़ में कोचिंग की जानकारी मिली, तो तुरंत घर लौटे। शुभम कहते हैं कि यहाँ कलेक्टर, एसडीएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का कोचिंग का तरीका बहुत अच्छा है।

इंदौर में वर्ष 2016 से पीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही बी.टेक. निकिता जैन जिले में ही उत्कृष्ट कोचिंग की जानकारी मिलते ही घर लौट आयी हैं और यहाँ कोचिंग ले रही हैं। निकिता का मानना है कि कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर और एसडीएम के अनुभव का इस कोचिंग के माध्यम से उन्हें लाभ अवश्य मिलेगा क्योंकि उनका कोचिंग देने का तरीका बहुत अच्छा है। टीकमगढ़ निवासी श्री प्रणीत खरे भोपाल में एक इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रणीत पीएससी की तैयारी के लिये दिल्ली चले गये थे लेकिन वहाँ फीस ज्यादा होने से एक साल में ही वापस लौट आये। वे भी टीकमगढ़ जिला प्रशासन की कोचिंग व्यवस्था की जानकारी मिलने पर छुट्टी लेकर कोचिंग में पहुँचे हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​

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