Posted on 18 Jul, 2016 8:00 pm

आईटीआई प्राचार्यों की बैठक में तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जोशी 

भोपाल : सोमवार, जुलाई 18, 2016, 18:51 IST
 

जो योजनाएँ ठीक से नहीं चल पा रही हैं, उन्हें बंद करें। ऐसी योजनाएँ बनायें जो विद्यार्थियों के हित में हों। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने यह बात जिला-स्तरीय आईटीआई के प्राचार्यों की बैठक में कही।

श्री जोशी ने कहा कि स्किल इण्डिया केम्पेन की चुनौती को स्वीकार कर उपलब्ध संसाधनों में बेहतर कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रायवेट आईटीआई में अगर विद्यार्थियों को निर्धारित प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है, तो उनके विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करें।

100 छात्र को रोजगार दिलवाने का बनायें प्लान

श्री जोशी ने कहा कि प्रत्येक संस्था दो माह में कम से कम 100 विद्यार्थी को रोजगार दिलवाने का प्लान बनायें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर बैंक से लोन दिलवायें। कक्षा 9 से ही बच्चों को आईटीआई के महत्व को बताया जाये। छात्रवृत्ति का वितरण समग्र पोर्टल के माध्यम से करें।

श्री जोशी ने कहा कि नये आईटीआई भवन हॉस्टल के साथ ही बनवाये जायें। उन्होंने कहा कि धार जिले में बाग प्रिन्ट और अशोकनगर में चंदेरी की साड़ियों के काम में लगे कारीगरों के प्रमाणीकरण की योजना बनायें। कौशल विकास केन्द्रों में स्थानीय जरूरतों पर आधारित प्रशिक्षण दिलवाया जाये। एससीव्हीटी पाठ्यक्रमों को एनसीव्हीटी पाठ्यक्रमों से संबद्ध करवायें।

प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने कहा कि स्किल डेव्हलपमेंट के अवसर बढ़ायें। स्कूलों में बच्चों को सही मार्गदर्शन दें। संचालक तकनीकी शिक्षा श्री संजीव सिंह ने बताया कि श्रवण-बाधित के लिये 419 और दृष्टि-बाधित के लिये 104 सीट निर्धारित की गयी हैं। उन्होंने बताया कि एडीबी की सहायता से भोपाल में ग्लोबल वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित किया जायेगा। प्लेसमेंट पोर्टल भी बनाया जा रहा है। क्षेत्रीय संयुक्त संचालकों ने संभाग में चल रही योजनाओं और नवाचारों के बारे में जानकारी दी। आईटीआई उज्जैन के प्राचार्य ने बताया कि आईटीआई में अधिकांश तकनीकी कार्य विद्यार्थियों से ही करवाये जाते हैं। इससे विद्यार्थियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलता है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश 

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