Posted on 30 Jun, 2018 6:45 pm

प्रदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक खेती को लाभ का धंधा बनाने के महत्वांकाक्षी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। इन प्रयासों के सुखद परिणाम प्रदेश में गाँव-गाँव में देखने को भी मिल रहे हैं। भिण्ड जिले के ग्राम मातादीन का पुरा के किसान दिनेश यादव ने जैविक पद्धति से उद्यानिकी फसल लेकर अच्छा-खासा मुनाफा कमाने का उदाहरण पेश किया है।

किसान दिनेश पूर्व में अपनी 6 बीघा कृषि भूमि पर परम्परागत फसल ही लिया करते थे। कड़ी मेहनत के बावजूद उन्हें परिवार चलाने लायक ही आमदनी हो पाती थी। इस संबंध में उन्होंने कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। अधिकारियों की ओर से दिनेश को उद्यानिकी फसल लेने की सलाह मिली। किसान दिनेश को बताया गया कि उनकी कृषि भूमि भिण्ड शहर से लगी होने के कारण उद्यानिकी फसलों के लिये ज्यादा उपयुक्त है।

दिनेश यादव ने अपनी कृषि भूमि के कुछ हिस्से में खेत की मेढों पर बॉस-बल्लियाँ लगाकर बेलदार सब्जी लगाई। इसके अलावा, खेत में बैगन, पालक, अरबी, गोभी, टमाटर और गाजर तथा अन्य सब्जियाँ लगाईं। उनके खेत में पैदा होने वाली सब्जियाँ अब भिण्ड शहर में हाथों-हाथ बिक जाती हैं। उन्होंने उद्यानिकी फसलों में सब्जी की फसल लेने के लिये जैविक पद्धति को अपना लिया है। इससे उनकी सब्जियों की मांग मंडी में हमेशा बनी रहती है।

किसान दिनेश की पहचान अपने क्षेत्र में प्रगतिशील किसान के रूप में हो रही है। वे अपने अन्य किसान साथियों को परम्परागत फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी फसल लेने की भी सलाह देते हैं।

सक्सेस स्टोरी (भिण्ड)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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