Posted on 07 May, 2018 6:11 pm

 

जैविक कपास के उत्पादन में दुनिया में मध्यप्रदेश के महत्वपूर्ण स्थान को ध्यान में रखते हुए 'जैविक कपास के क्षेत्र में क्रांति और कपास उत्पादकों की भूमिका'' पर एक-दिवसीय कार्यशाला भोपाल में की जा रही है। कार्यशाला आर.सी.व्ही.पी नरोन्हा प्रशासन अकादमी के स्वर्ण जयन्ती सभागार में 8 मई को प्रात: 9 बजे शुरू होगी। कार्यशाला का उद्घाटन किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन करेंगे। कार्यशाला प्रदेश के किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग और सी एण्ड ए कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दुनिया के जैविक कपास के कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत हिस्सा मध्यप्रदेश में पैदा होता है।

कार्यशाला में प्रदेश के प्रगतिशील कपास उत्पादक किसान और देश के कृषि विश्व विद्यालयों के कृषि विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। उद्घाटन सत्र में प्रमुख सचिव किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा 'मध्यप्रदेश में कपास उत्पादन के परिदृश्य' पर वक्तव्य देंगे। मंत्री डॉ. गौरी शंकर बिसेन का विशेष उद्बोधन होगा। श्री बिसेन प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी करेंगे। प्रतिभा सिंटेक्स के सी.ई.ओ श्री श्रेयस्कर चौधरी 'प्रदेश में कॉटन मिल की स्थिति' पर उद्बोधन देंगे।

कार्यशाला में तीन सत्रों में विषय-विशेषज्ञों के उद्बोधन होंगे। पहले सत्र में ''जैविक कपास सेक्टर का निर्माण और उसका सुदृढ़ीकरण'' साथ ही 'जैविक कपास उत्पादन से जुड़े किसानों के जीवन स्तर में सुधार'' पर प्रमुख रूप से चर्चा होगी। इस सत्र में संचालक किसान-कल्याण श्री मोहनलाल, आगा खान रूरल सपोर्ट प्रोग्राम (इण्डिया) के श्री अपूर्वा ओझा, प्रतिभा सिंटेक्स के वाईस प्रेसीडेन्ट श्री अविनाश कर्माकर, सी.ई.ओ. कॉटनकनेक्ट की सुश्री एलिसन वार्ड, प्रगतिशील महिला किसान सुश्री सुशीला बाई और मैनेजिंग डायरेक्टर टेक्टाइल एक्सचेंज और यूएसए की प्रगतिशील महिला किसान सुश्री ला रेहा पीपर का उद्बोधन होगा।

दूसरे सत्र में 'जैविक कपास के सुदृढ़ीकरण में इससे जुड़े़ उद्योग की भूमिका'' पर चर्चा होगी। सत्र में मध्यप्रदेश मण्डी बोर्ड के एमडी श्री फैज अहमद किदवई, जैविक कपास की विशेषज्ञ सुश्री मेरेल क्रेबर्स, जैविक कपास के उत्पाद और उनके ब्राण्ड की विशेषज्ञ सुश्री सबरीना मयूलर और महिमा फाइबर्स लिमिटेड के डायरेक्टर श्री रोहित दोषी अपने विचार रखेंगे।

तीसरे सत्र में 'जैविक कपास क्षेत्र में सार्वजनिक संस्थानों की भूमिका'' पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति डॉ एस.के. राव, वसन्त राव नायक मराठवाड़ा कृषि विद्यापीठ महाराष्ट्र के कुलपति डॉ. वी वेंकेटश्वर और केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के डॉ. तरूण बजाज का उद्बोधन होगा। तीन सत्र में होने वाली चर्चा के बाद राज्य सरकार को अनुशंसाएँ सौंपी जाएंगी।

इस मौके पर 'मध्यप्रदेश में जैविक कपास के उत्पादन और उसकी संभावनाएँ'' प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश