Posted on 15 Apr, 2018 12:05 pm

 

कलेक्टर श्री नीरज कुमार बनसोड़ ने कल 14 अप्रैल को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर नेेकहा कि कार्यकर्ता व सहायिका आंगनबाड़ी में पंजीकृत बच्चों व गर्भवती महिलाओं के सतत् संपर्क बनाए रखें। मातृ वंदना और महतारी जतन योजना की हितग्राहीमहिलाओं के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र में अनुकूल वातावरण बनाए, जिससे हितग्राही आंगनबाड़ी केन्द्र आने के लिए आकर्षित हों।

     कलेक्टर ने कहा कि परियोजना स्तर की बैठक अलग-अलग सेक्टर मंे आयोजित किया जाय। परियोजना अधिकारी दो आंगनबाड़ी केन्द्र और पर्यवेक्षक एकआंगनबाड़ी केन्द्र को गोद लेकर आदर्श आंगनबाड़ी के रूप में तैयार करें। इसी प्रकार परियोजना अधिकारी 10 और पर्यवेक्षक 5 आंगनबाडी़ केन्द्रों  में मूलभूतसुविधाओं की उपलब्धता पर विशेष निगरानी के लिए चिन्हांकित करें। उन्होंने कहा कि मैदानी अमलो का गृह संपर्क कार्यक्रम को सतत् जारी रखें। परियोजनाअधिकारी व पर्यवेक्षक गृह संपर्क पंजी का निरीक्षण अवश्य करें। श्री बनसोड़ ने कहा कि अतिकुपोषित बच्चों के उपचार के लिए जिले मंे तीन एनआरसी संचालितहै। अतिकुपोषित बच्चों के अभिभावकों को एनआरसी का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें।  कलेक्टर ने सबला योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष सहित अन्य योजनाओंकी समीक्षा करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र भवन व शौचालय आदि की स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जाय। आंगनबाड़ी केन्द्रों में उपलब्ध मूलभूतआवश्यकताओं के संबंध में रिपोर्ट तैयार कर अपने वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करांए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अजीत वसंत, महिला एवं बाल विकासविभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रीती खोखर चखियार सहित परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़

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