Posted on 28 Sep, 2016 3:12 pm

भोपाल : बुधवार, सितम्बर 28, 2016, 14:36 IST

जलवायु परिवर्तन चेतना कार्यक्रम से प्रदेश के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को भी जोड़ा जायेगा। अभी प्रदेश के सभी जिला एवं विकासखण्ड-स्तर के शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय, जिला-स्तर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सभी जवाहर नवोदय विद्यालय और प्रत्येक जिले से एक केन्द्रीय विद्यालय को मिलाकर 500 विद्यालय को शामिल किया गया है। कार्यपालन संचालक पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन श्री अनुपम राजन ने यह बात आज भोपाल में 6 जिले की जलवायु परिवर्तन चेतना कार्यक्रम की पाँचवीं कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कही। वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. साधना तिवारी ने कार्यशाला के उद्देश्य बताये।

एप्को परिसर में कार्यशाला में भोपाल, सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, बैतूल एवं विदिशा के 54 शिक्षक ने भाग लिया। शिक्षकों को प्रशिक्षण के बाद प्रमाण-पत्र के साथ ही उनके विद्यालय के 50 छात्र के लिये किट भी दिया गया। प्रथम सत्र में पर्यावरण शिक्षा अधिकारी श्री दिलीप चक्रवर्ती ने जलवायु परिवर्तन, ग्रीन हाउस गैसेस एवं स्रोत, वृद्धि के कारण और प्रभावों को पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से समझाया। प्रशिक्षणार्थियों को 'एन इन कन्‍वीनियंट ट्रुथ' फिल्म भी दिखायी गयी। जलवायु परिवर्तन, ओजोन क्षरण, जलवायु परिवर्तन जागरूकता के लिये विद्यालयीन गतिविधियाँ आदि की जानकारी दी गयी।

एप्को द्वारा 15 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक जलवायु परिवर्तन चेतना कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें प्रदेश के प्रत्येक जिले से 10-10 शिक्षक को जलवायु परिवर्तन लीडर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यक्रम में अब तक जबलपुर, कटनी, उमरिया, मण्डला, डिण्डोरी, छिन्दवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, श्योपुर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, बैतूल और विदिशा के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

जलवायु चेतना कार्यक्रम में 29 सितम्बर को सागर में दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और सागर जिले के 50 शिक्षक को प्रशिक्षित किया जायेगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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