Posted on 30 Aug, 2017 2:27 pm

भोपाल : बुधवार, अगस्त 30, 2017, 13:05 IST
 

अनुसूचित-जाति बहुल रतलाम जिले के जावरा विकासखण्ड के ग्राम बानीखेड़ी में 'जल-चौपाल'' से 152 परिवारों को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल मिलने लगा है। इस ग्राम में लगभग 1100 व्यक्ति रह रहे हैं, जिनमें से 400 अनुसूचित-जाति वर्ग के हैं।

ग्राम में स्थापित 5 हैण्ड-पम्प ही पेयजल की पूर्ति करते आ रहे थे। इनमें से 3 हैण्ड-पम्प जल की कठोरता अधिक होने के कारण अनुपयोगी हो गये थे। इन हैण्ड-पम्प के पानी का उपयोग निस्तार के अन्य कार्यों में किया जाने लगा था। स्वच्छ पेयजल की अनुपलब्धता के कारण महिलाओं को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। कभी-कभी विवाद की स्थिति भी निर्मित होने लगी थी।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की पहल पर 'जल-चौपाल'' आयोजित कर ग्रामवासियों की पेयजल समिति का गठन किया गया। समिति में 5 पुरुष और 6 महिलाओं को सदस्य बनाया गया। समिति ने 'जल-चौपाल'' में पेयजल समस्या के समाधान के लिये विस्तृत चर्चा की। समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्राम में पाइप-लाइन के जरिये सभी घरों में निजी नल कनेक्शन दिये जायेंगे।

नल कनेक्शन का धरोहर शुल्क अत्यंत कम एक हजार रुपये तथा प्रति कनेक्शन 75 रुपये निर्धारित किया गया है। समिति ने पेयजल योजना का निर्माण कार्य विभाग द्वारा निर्धारित संविदाकार से गुणवत्तापूर्ण करवाया। प्रत्येक घर से सभी आवश्यक दस्तावेज की पूर्ति भी करवायी गयी। ग्राम के सभी 152 परिवारों द्वारा निजी नल कनेक्शन लिये गये।

परिणाम-स्वरूप शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल के लिये ग्रामवासियों को घरेलू नल कनेक्शन दिया गया। अब ग्राम के 152 परिवार मात्र 2 हैण्ड-पम्प के भरोसे न रहकर निजी नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल प्राप्त कर रहे हैं। 'जल-चौपाल'' का एक महत्वपूर्ण पक्ष यह भी रहा कि ऐसे परिवार जो नल कनेक्शन लेने में सक्षम नहीं थे, उन्हें नि:शुल्क नल कनेक्शन दिया गया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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