Posted on 03 Jan, 2017 6:39 pm

भोपाल : मंगलवार, जनवरी 3, 2017, 18:23 IST

 

जनवरी माह में रबी फसलों के बेहतर उत्पादन व सुरक्षा का होता है । एक सिंचाई की उपलब्धता में दलहनी फसलों पर फूल आने के पहले सिंचाई करनी चाहिये। फली में एक कीट का प्रकोप होने पर प्रेफिनोंफास 50 ई0सी0 की 105 मिली लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिये। चना में इस बीमारी के प्रकोप पर एनपीवी 250 एलई प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करना चाहिये । 40-50 दिन की अवस्था वाली गेहूँ की फसलों पर द्वितीय सिंचाई अवश्य करें । सरसों में डाउनी मिल्ड्यू रोग की राकथाम के लिये मेटासिटाम्स या ताम्रयुक्त फंफूदनाशक दवा का छिड़काव करायें। सरसों में माहू कीट का प्रकोप होने पर मेटा सिस्टाक्स 25 ईसी का 70 मिली लीटर प्रति हेक्टेयर में छिड़काव करें।

कृषि विभाग द्वारा किसानों के हित में जारी परामर्श के अनुसार रबी फसलों में सल्फेम्स (3 ग्राम) या कार्बोन्डाजिम 1ग्राम दवा का उपयोग प्रति लीटर रबी फसलों में छिड़काव करें। पाला पड़ने की संभावना को देखते हुये फसल को बचाने के लिये खेत के चारो ओर धुंआ करें।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश