Posted on 10 Sep, 2017 11:20 am

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चित्रकूट के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के सभी स्थलों का प्राकृतिक सौन्दर्य और मूलस्वरूप कायम रखते हुए उनका सौन्दर्यीकरण और विकास किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना जिले के चित्रकूट प्रवास के दौरान हनुमान धारा, वनदेवी, मंदाकिनी के किनारे स्थित जानकीकुण्ड, स्फटिक शिला, रामघाट और राघव प्रयाग घाट का भ्रमण किया और साधु-संतो तथा नागरिको से चर्चा की। उन्होंने कहा कि रामायण सर्किट में चित्रकूट और आसपास के धार्मिक महत्व के स्थलों का विकास और सौन्दर्यीकरण की योजना को अंतिम रूप स्थानीय जन-भावनाओ के अनुरूप दिया जायेगा। इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र त्रिपाठी, दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव श्री अभय महाजन भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सर्वप्रथम हनुमान धारा पहुँचकर पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रस्तावित सौन्दर्यीकरण और विकास सुविधाओं के कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय मांग के अनुरूप हनुमान धारा की सीढ़ियों के दो तरफा रेलिंग शेड और भव्य स्वागत द्वार बनवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर सीढ़ियाँ सकरी हैं, उन्हें चौड़ा किया जायेगा। हनुमान धारा मे जन-सुविधाओं के लिये टॉयलेट और स्वच्छता के लिये डस्टबिन रखाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने दुकानों को सुव्यवस्थित करने और हनुमान धारा के प्राइमरी स्कूल का भवन बनवाने के निर्देश दिये।

वनदेवी मंदिर परिसर के निरीक्षण में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान सुन्दर और रमणीक बने, इसके लिये बाउन्डरीवाल बनाकर प्राचीन कुएँ का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। सामुदायिक भवन का निर्माण भी होगा। श्री चौहान ने मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित सीताकुण्ड (जानकीकुण्ड) के दर्शन किये। उन्होंने धार्मिक महत्व के चिन्हों को अक्षुण्ण रखने, घाट को नया स्वरूप देने, मंदाकिनी के किनारे के वृक्षों को सुरक्षित तथा जन-सुविधा और पेयजल व्यवस्था के कार्य के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदाकिनी में गंदा पानी नही मिले, इसके लिये सीवर लाईन योजना को शीघ्र पूरा करवाया जायेगा।

मंदाकिनी गंगा की आरती में शामिल हुये मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदाकिनी गंगा के किनारे रामघाट के समीप मत्स्गजेन्द्रनाथ शिव मंदिर मे दर्शन और पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ रामघाट में माँ मंदाकिनी गंगा की पूजा-अर्चना तथा आरती की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री राजेन्द्र शुक्ल और श्री रामपाल सिंह के साथ नौका-विहार भी किया। इस अवसर पर सांसद बांदा श्री भैरो प्रसाद मिश्र भी मौजूद थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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