चाहिए संजीवनी-108 एंबुलेंस, जननी एक्सप्रेस, चलित अस्पताल या हेल्थ हेल्पलाइन
Posted on 13 Oct, 2016 6:36 pm
भोपाल : गुरूवार, अक्टूबर 13, 2016, 18:09 IST | |
अब एंबुलेंस, जननी एक्सप्रेस, चलित अस्पताल और हेल्थ हेल्पलाइन के लिए लोगों को अलग-अलग टेलीफोन नंबर याद रखने की जरूरत नहीं है। मात्र टोल-फ्री नंबर 108 नंबर डायल कर अपनी वाहन आवश्यकता ऑपरेटर को बतानी पड़ेगी और इच्छित वाहन सेवा उपलब्ध हो जायेगी। एक नवम्बर 2016 से कुछ जिलों से आरंभ होकर दिसम्बर माह के अंत तक पूरे प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से इन सेवाओं का विस्तार हो जायेगा। एकीकृत रेफरल ट्रॉसपोर्ट प्रणाली में संजीवनी 108-एम्बुलेंस सेवा, जननी एक्सप्रेस सेवा, दीनदयाल चलित अस्पताल एवं 104 हेल्थ हेल्प लाइन सेवाओं का संचालन केन्द्रीय कॉल-सेंटर के टोल-फ्री नंबर '108' के माध्यम से एक ही एजेन्सी द्वारा किया जायेगा। इससे सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी, वित्तीय संसाधनों में कमी आयेगी और एम्बुलेंस वाहनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित होगा। नवीन चयनित सेवाप्रदाता संस्था चिकित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड- 1 नवम्बर से पूरे प्रदेश में 108 एम्बुलेंस सेवा संचालन प्रारंभ कर देगी। यह संस्था प्रथम चरण में 10 जिलों में जननी एक्सप्रेस सेवा एवं विदिशा संसदीय क्षेत्र के चार जिले क्रमश: विदिशा, रायसेन, सीहोर, एवं देवास में चलित अस्पताल सेवा शुरू कर देगी। साल के अंत तक सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से सेवाओं का संचालन प्रारंभ हो जायेगा। वर्तमान में प्रदेश में संजीवनी-108 सेवा के तहत 606 एम्बुलेंस वाहन का संचालन जी.व्ही. के. संस्था द्वारा किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं एवं एक वर्ष-तक के बीमार बच्चों के लिए 974 जननी एक्सप्रेस वाहन विभिन्न जिलों में पृथक-पृथक कॉल-सेंटर एवं गैर-शासकीय संस्थाओं द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। दीनदयाल चलित अस्पताल योजना में आदिवासी एवं अनुसूचित जाति बहुल इलाकों में अलग-अलग गैर-शासकीय संस्थाओं द्वारा चलित अस्पताल संचालित है। |
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश