Posted on 19 Oct, 2016 8:09 pm

भोपाल : बुधवार, अक्टूबर 19, 2016, 19:11 IST
 

वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण में जैव-विविधता का महत्व है। जैव-विविधता की उपयोगिता और संरक्षण के संदर्भ में ग्राम स्तर तक जागरूकता के साथ ही सुदृढ़ता देने की आवश्यकता है। वन मंत्री डॉ. शेजवार ने वन समिति की तरह ग्राम-स्तर पर जैव-विविधता समिति बनाये जाने की आवश्यकता बतायी। डॉ. शेजवार आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में 'वानिकी जैव-विविधता जागरूकता'' पर एक-दिवसीय कार्यशाला का समापन कर रहे थे।

अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खाण्डेकर ने कार्यशाला में हुए विचार-विमर्श के बाद निष्कर्ष और क्रियान्वयन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जैव-विविधता के क्षेत्र में सक्रिय जन-भागीदारी से सफलता मिलेगी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) डॉ. अनिमेष शुक्ला ने बताया कि कार्यशाला में जैव-विविधता पर विशेषज्ञों और प्रतिभागियों ने सुझाव दिये हैं। इन सुझावों से जैव-विविधता क्षेत्र में सफल क्रियान्वयन हो सकेगा।

वन मंत्री डॉ. शेजवार ने 'स्टेटस रिपोर्ट टाईगर्स को-प्रेडिटेटर्स एण्ड प्रे-2016'' पुस्तक का विमोचन किया। राज्य जैव-विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव श्री आर. श्रीनिवासमूर्ति ने वन मंत्री को स्मृति-चिन्ह भेंट किया। कार्यशाला में वन विभाग और जैव-विविधता बोर्ड के 80 अधिकारी एवं चेन्नई और शिमला से जैव-विविधता के विशेषज्ञ शामिल हुए।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent