Posted on 31 Aug, 2018 4:41 pm

 

यह कहानी सागर जिले के जैसीनगर विकासखण्ड के ग्राम मनक्याई के किसानों की है, जो आज से 7-8 साल पहले से परम्परागत फसल ही लिया करते थे। इस गाँव के किसान अपने खेत में सब्जियाँ तो केवल नाममात्र के लिये ही लगाया करते थे। इनकी चिंता खेती में रह गई सीमित आमदनी के कारण बढ़ गई थी। गाँव के प्रगतिशील किसान शोभाराम पटेल ने इस संबंध में उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर अपने खेत में स्प्रिंकलर लगवाकर ड्रिप एरीगेशन की शुरूआत की। इसमें उन्हें 60 प्रतिशत अनुदान राशि भी मिली।

किसान कल्याण विभाग की मदद से कृषक शोभाराम का चयन चयन मुख्यमंत्री किसान विदेश अध्ययन यात्रा के लिये हो गया। उन्होंने फिलीपींस और ताईवान देशों की यात्रा की और वहाँ खेती के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। उन्हें वहाँ सामूहिक खेती देखने को मिली। विदेश से लौटने के बाद उन्होंने गाँव के किसानों से चर्चा की, तो सभी उनकी बात से सहमत हो गये। अब पूरा मनक्याई गाँव सामूहिक खेती करने लगा है। यहाँ के किसान खेतों में गेंदा फूल और फूल गोभी की खेती कर रहे हैं।

शोभाराम ने अपनी डेढ़ एकड़ कृषि भूमि पर फूल गोभी की खेती की, जिससे उसे करीब सवा तीन लाख रूपये की आमदनी हुई है। ड्रिप एरीगेशन की वजह से उसे गेंदा फूल की खेती के अच्छे परिणाम भी मिले। इस गाँव की फूल गोभी उत्तर प्रदेश के बनारस, इलाहाबाद, गोरखपुर, आगरा और बिहार के हाजीपुर तथा पटना की मण्डियों में जा रही है। आसपास के क्षेत्रों में अब मनक्याई गाँव की अलग पहचान बन गई है।


सक्सेस स्टोरी (सागर)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​

Recent